राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक बार फिर से अलगाववादी और हुर्रियत नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एनआईए ने हुर्रियत नेताओं को हिरासत में लेने के बाद एक बार फिर से उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है।
देशभर में कई जगहों पर NIA की छापेमारी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत के कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया है। गौरतलब है कि छापों के बाद कई अलगाववादियों के पाकिस्तान से फंड लेने के बात सामने आ रही है। इनके बाद पुलिस ने हुर्रियत के कई नेताओं को उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया है।
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) आज श्रीनगर में अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से पूछताछ करेगी। इन नेताओं पर आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के मुखिया हाफिज सईद से पैसे लेने और कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने का आरोप है।
केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा अपनी निजी पहल के तहत कश्मीर समस्या पर हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की है। सूत्रों ने इन ख़बरों को निराधार बताया कि सरकार की पहल पर सिन्हा के नेतृत्व में एक दल हुर्रियत नेताओं से जम्मू-कश्मीर में बात कर रहा है। सरकार ने कहा कि सिन्हा अपनी पहल पर ही कश्मीर गए हैं।
हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने एक विडियो संदेश जारी कर भारत सरकार को जमकर कोसा। वहीं, उन्होंने पाकिस्तान और चीन को कश्मीर की आजादी में समर्थन देने के लिए शुक्रिया भी अदा किया।
कश्मीर के अलगाववादी गुट हुर्रियत कांफ्रेंस के असहयोग पर करारा हमला करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हुर्रियत के नेेताओं में कश्मीरी आवाम के लिए न तो इंसानियत है और न ही कश्मीरियत। हुर्रियत ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से बातचीत से साफ इनकार किया है।
जम्मू-कश्मीर के लिए बनाए गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कश्मीर के दौरे से पहले राजनीतिक दलों ने अशांति पर काबू पाने और सुरक्षा बलों द्वारा पैलेट गन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के लिए आज हुर्रियत सहित सभी हितधारकों के साथ बातचीत करने की मांग की।