महाराष्ट्र के ठाणे में एटीएम में नकदी डालने का काम करने वाली कंपनी के दफ्तर को करीब आठ लुटेरों ने कथित तौर लूट लिया और तकरीबन 12 करोड़ रूपये लेकर चंपत हो गए।
बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन से कुछ पहले ट्रेन नंबर 63240 डीएमयू सवारी गाड़ी में शुक्रवार की रात सशस्त्र अपराधियों ने एक जीआरपी जवान की गोली मारकर हत्या कर दी तथा एक अन्य जवान को घायल कर दो इंसास राइफल लुट लीं और फरार हो गए। रेल पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मृतक जीआरपी जवान का नाम अभिषेक सिंह है जो कि पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के नराही के निवासी थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एप्प आधारित टैक्सी ऑपरेटरों की सर्ज प्राइसिंग को आज दिन दहाड़े लूट करार दिया और कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में तय किराया से अधिक कीमत वसूलने और लोगों को ब्लैकमेल करने की इजाजत नहीं है।
दो अज्ञात बदमाशों ने सोमवार को दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के नियंत्रण कक्ष में घुसकर स्टेशन नियंत्रक को चाकू मारा और करीब 12 लाख रूपये नकदी के साथ फरार हो गए।
चांद को मुंह में रख लेने की बात देवी-देवताओं की कथा में मिल सकती है लेकिन सूरज का ताप कोई नहीं झेल सकता। ‘सूर्य’ की पूजा-अर्चना करने वाले देश में सबसे सुलभ और सस्ते ‘सौर ऊर्जा’ संसाधनों पर देर से ही ध्यान दिया गया। मनमोहन सिंह राज में तरंगों (स्पेक्ट्रम) और कोयला खान वितरण के घोटालों की कालिख ने कांग्रेस को गड्ढे में डाला ही था, अब केरल में विधानसभा चुनाव से पहले ‘सौर ऊर्जा’ के नाम पर स्वयं मुख्यमंत्री ओमन चांडी के विरूद्ध करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप राख पोतने जैसा है।
दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। 2015 के नवंबर महीने में भारत के सबसे बड़े लूट कांड को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है।
दिल्ली में एक्सिस बैंक की कैश वैन से 22.5 करोड़ रुपए लेकर फरार हुए ड्राइवर को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। चोरी की गई अधिकांश रकम भी बरामद कर ली गई है। प्रदीप शुक्ला नाम का यह ड्राइवर उत्तर प्रदेश के बलिया रहने वाला है।
बिहार में चंपारण से चुनावी बिगुल फूंक राहुल गांधी ने सूट-बूट की सरकार पर साधा निशाना और केंद्र की सरकार को लूट की सरकार कहा। चंपारण में युवाओं को रोजगार के लिए चार लाख रुपये देने का भी वादा किया।
क्या हो यदि सार्वजनिक स्थान पर कचरे को निर्धारित जगह यानी डस्टबिन में डाला जाने लगे। कितना अहमकाना सवाल है। जाहिर है सभी जगह साफ-सफाई रहने लगेगी। लेकिन ऐसा कम ही लोग करते हैं। लेकिन यदि सार्वजनिक स्थानों पर डस्टबिन में कचरा फेंकने के एवज में मुफ्त वाईफाई की सुविधा मिलने लगे तो सोच कर देखिए माहौल कैसा हो जाएगा।