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Search Result : "2002 गोधरा कांड"

उबर रेप कांड के दोषी को उम्रकैद

उबर रेप कांड के दोषी को उम्रकैद

दिल्ली के कुख्यात उबर कैब बलात्कार मामले में अदालत ने कैब के चालक शिवकुमार यादव को उम्रकैद की सजा सुनाई है। उसे 19 अक्टूर को इस मामले में दोषी ठहराया गया था। यादव पर एक 25 वर्षीय युवती से बलात्कार का आरोप था।
मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

हरियाणा में भगाणा और मिर्चपुर कांड अभी सुर्खियों से गायब भी नहीं हुए थे कि फरीदाबाद के गांव सोनपेड़ा में आज तड़के चार बजे सवर्ण समुदाय के लोगों ने गांव के दलित समुदाय के एक परिवार को जिंदा जला दिया। चार लोगों के परिवार में ढाई साल और दस महीने के बच्चे की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई जबकि बच्चों की मां की हालत गंभीर बनी हुई है।
विश्‍व में गोधरा-अहमदाबाद से है मोदी की पहचान: शिवसेना

विश्‍व में गोधरा-अहमदाबाद से है मोदी की पहचान: शिवसेना

भाजपा और शिवसेना के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। मुंबई में गुलाम अली का कंसर्ट रद्द होने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुखद करार दिए जाने पर शिवसेना ने कड़ा ऐतराज जताया है। नरेंद्र मोदी काे उनका अतीत याद दिलाते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, नरेंद्र मोदी जी की पहचान विश्व में गोधरा-अहमदाबाद की वजह से हुई है, और उसी वजह से हम मोदी जी का आदर भी करते हैं।
दादरी, गुलाम अली की घटना दुखद, मगर केंद्र की क्‍या भूमिका: मोदी

दादरी, गुलाम अली की घटना दुखद, मगर केंद्र की क्‍या भूमिका: मोदी

दादरी हत्‍याकांड पर अपनी चुप्‍पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को दुखद बताया है। लेकिन साथ ही सवाल उठाया कि इसमें केंद्र की क्‍या भूमिका है? उन्‍होंने विपक्ष पर धुव्रीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
चुनावी फायदे के लिए दादरी कांड का इस्‍तेमाल: शिवसेना

चुनावी फायदे के लिए दादरी कांड का इस्‍तेमाल: शिवसेना

गोमांस खाने की अफवाह पर दादरी में एक व्यक्ति की हत्या की घटना पर मचे घमासान के बीच शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि घटना का इस्तेमाल बिहार चुनाव के लिए राजनीतिक औजार के रूप में किया जा रहा है। इसने आरोप लगाया कि राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है।
तीन लोगों ने रची दादरी साजिश, करेंगे कड़ी कार्रवाई: मुलायम

तीन लोगों ने रची दादरी साजिश, करेंगे कड़ी कार्रवाई: मुलायम

समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने दादरी घटना को गहरी साजिश करार देते हुए कहा है कि इस मामले में तीन लोगों के नाम सामने आए हैं। समीक्षा के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी भले ही उत्तर प्रदेश सरकार को कुर्बान ही क्यों ना करना पड़ जाए।
दादरी पर मोदी ने तोड़ी चुप्‍पी, बोले-राष्‍ट्रपति की सुनो

दादरी पर मोदी ने तोड़ी चुप्‍पी, बोले-राष्‍ट्रपति की सुनो

दादरी कांड पर अपनी चुप्‍पी को लेकर घिरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिकार इस तरह इशारा करते हुए नेताओं के ऊटपटांग बयानों पर ध्‍यान न देने की अपील की है।
अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

दादरी कांड से गुस्साए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में न केवल दादरी कांड बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा रहे मुसलमानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में 50 वर्षीय अखलाक अहमद के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके बाद उग्र हिंदू चरमपंथियों की भीड़ ने अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
आजम ने संयुक्त राष्‍ट्र से की दादरी कांड की शिकायत

आजम ने संयुक्त राष्‍ट्र से की दादरी कांड की शिकायत

नोएडा के दादरी स्थित बिसाहड़ा गांव में गोवध के आरोप में एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या को लेकर मचे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां ने आज संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर देश में मुसलमानों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की।
झाबुआ की तरह बारूद के ढेर पर बैठा नीम का थाना

झाबुआ की तरह बारूद के ढेर पर बैठा नीम का थाना

झाबुआ के पेटलवाद में डिटोनेटर का अवैध कारोबार सौ के करीब जिंदगियां लील गया। सिलसिला थमा नहीं है। झाबुआ कांड से भी अगर सरकार नहीं जागती है तो राजस्थान के अरावली क्षेत्र में झाबुआ कांड होते देर नहीं लगेगी। एक तरह से बारूद के ढेर पर बैठा है यह इलाका। खनन का विरोध करने वाले गांववासी हजारों दफा शिकायत कर चुके हैं। डिटोनेटर के कई ट्रक पकड़वा चुके हैं। यहां तक कि इस इलाके में जाने पर डिटोनेटर की पेटियां खुले में यहां-वहां पड़ी मिल जाती हैं लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन बिल्कुल मूक हैं। गांववासियों की कोई सुनवाई नहीं।
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