उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी को मूर्तियों के मंच पर टक्कर देगी। हाल के विधानसभा चुनावों में मायावती के पाले से बसपा के कई नेताओं और गैर-जाटव वोट बैंक को तोड़कर भाजपा ने अपने लिए एक नया जनाधार कायम किया था। लेकिन अब शायद उसे लगता है कि दलित गौरव के नाम पर बने आंबेडकर पार्कों और स्मारकों की भी सोशल इंजीनियरिंग जरूरी है। सो, अब योगी सरकार इन पार्कों में अति पिछड़े समाज और ऊंची जाति के महानायकों की भी मूर्तियां लगाएगी।
भाजपा को रोकने के लिए अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती से हाथ मिला सकते हैं। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस ओर संकेत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन जारी रहेगा।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ‘भीम आर्मी’ पर बयान दिया है। सहारनुपर में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए ‘भीम आर्मी’ को बसपा के साथ जोड़कर देखे जाने का मायावती ने खंडन किया है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मंगलवार को एक बार फिर से जमकर हिंसा हुई। मायावती की सभा से लौट रहे लोगों को दंगाइयों ने अपना निशाना बनाया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 9 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में जातीय संगठनों के प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हिंसक घटनाओं पर काबू पाने में नाकाम जिलाधिकारी एनपी सिंह और एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को निलंबित कर दिया गया है। अब प्रमोद पांडे सहारनपुर के नए डीएम होंगे। बबलू कुमार को एसएसपी का दायित्व दिया गया है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बसपा की अध्यक्ष मायावती आज सहारनपुर के दौरे पर हैं। वे शब्बीरपुर में हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रही हैं। बताया जा रहा है कि काफी लंबे समय के बाद मायावती इस तरह सड़क मार्ग से दौरा करते हुए जनता से मिल-जुल रही हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सहारनपुर के सब्बीरपुर गांव जाकर हिंसा पीड़ित दलित परिवारों से मिलीं। इस मौके पर उन्होंने केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार को दलित विरोधी बताते हुए स्थानीय प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया। प्रशासन ने मायावती को हेलीकॉप्टर से सहारनपुर जाने की अनुमति नहीं दी थी, जिसके बाद वह सड़क मार्ग से सब्बीरपुर पहुंची।
चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है। 16 विपक्षी पार्टियों की तरफ से ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया था।