भाजपा शासित मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रियों और आईएएस अफसरों में कामकाज को लेकर सही तालमेल नहीं हो पा रहा है। कैबिनेट की बैठक में खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजेे ने मुख्य सचिव पर दस माह तक फाइल दबाने का अारोप लगा दिया है।
राज्यसभा के चुनाव के बाद भाजपा को कुल मिलाकर 4 सीटों का फायदा हुआ है। वहीं कांग्रेस हमेशा की तरह इस बार भी घाटे में रही है। उसे पांच सीटोंं का नुकसान हुआ है। राज्यसभा की खाली हुई 57 सीटों में 14 भाजपा के पास थीं। चुनावों के बाद उसके पास 17 सीटें हो गई हैं। हरियाणा से सुभाष चंद्रा भी भाजपा के समर्थन से जीते हैं। लिहाजा भाजपा को चंद्रा को मिलाकर चार सीटों का फायदा हुआ है। परिणाम आने के बाद कांग्रेस की राज्यसभा में पांच सीटें कम हो गई हैं। उसके 14 सांसद रिटायर हुए थे। लेकिन उसे केवल 9 सीटें ही मिलीं।
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, कर्नाटक, हरियाणा समेत सात राज्यों में राज्यसभा की 27 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। राज्यसभा की खाली 57 सीटों में से 30 का फैसला निर्विरोध हो चुका है। बाकी 27 सीटों के लिए मतदान की नौबत है। उत्तर प्रदेश में क्रास वोटिंग, मध्य प्रदेश में बसपा द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन की घोषणा और राजस्थान में उद्योगपति कमल मुरारका के मैदान में उतरने के चलते मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे चुनावों के मतदान के दिन शनिवार को यहां पूर्व के एक आपराधिक मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरालिंडा को तड़के गिरफ्तार कर लिया गया। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि यह चुनावी रणनीति का एक हिस्सा है। राज्यसभा के चुनाव में विधानसभा में जाकर वोट डालना अनिवार्य है। लिहाजा चमरालिंडा के गिरफ्तार होने के बाद झामुमो का एक वोट कम हो जाएगा। इस गिरफ्तारी से विपक्ष झामुमो को नुकसान होने की आशंका है।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अनंतनाग विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का इसी साल सात जनवरी को निधन हो गया था। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव होना था।
राजनीति में चेहरे बदल जाते हैं, चरित्र नहीं बदल पा रहा है। इस बार राज्य सभा चुनाव के लिए प्रदेशों से विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा चुने गए कुछ विवादास्पद उम्मीदवारों से यही साबित हो रहा है। विशेष रूप से राजनीति में सबसे हटकर ‘चाल-चरित्र’ का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम करने वालों को तकलीफ हो सकती है।