अगर बिहार और दूसरे राज्यों की सरकारें वास्तव में शिक्षा को लेकर गंभीर हैं तो सिर्फ दंडात्मक कार्यवाही और जबानी जमा खर्च से काम नहीं चलेगा। उन्हें सकारात्मक कदम भी उठाने होंगे।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी वादे क्या सरकार बनाने के लिए ही किए थे।
देश में आए दिनों सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था को लेकर मरीजों को रही परेशानी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे हैं। एक ऐसा ही वीडियो कर्नाटक के सरकारी अस्पताल का भी है, जहां अव्यवस्था के कारण एक पत्नि अपने बीमार पति को घसीटने पर मजबूर हुई।
दो दिवसीय दौरे पर पीलीभीत पहुंची केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एक जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स की एक टीम भी अस्पताल पहुंच गई है।
देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाल ये है कि दुनिया में स्वास्थ्य सेवाओं के मामलों में भारत का 154 वां स्थान है। 195 देशों की सूची में भारत की ऐसी स्थिति संकेत कर रही है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अभी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।
फूड प्वॉइजनिंग की शिकायत के बाद सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। अस्वस्थ होने के कारण कांग्रेस अध्यक्ष को 7 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आलम आज भी जस की तस है जबकि उत्तर प्रदेश की सत्ता अखिलेश सरकार से होकर योगी आदित्यनाथ के पास पहुंच चुकी है। इस दौरान सरकार बदलाव के तमाम बड़े दावे करे, लेकिन एक आम आदमी के द्वारा शव को अपने कंधे पर उठाकर ले जाना सभी दावों को ढेर करता दिख रहा है।
उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वकांक्षाओं को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिकी सेना ने दक्षिण कोरिया में एक तैनाती स्थल पर एक मिसाइल रक्षा प्रणाली पहुंचानी आरंभ कर दी जिसे लेकर चीन ने नाराजगी जताई है।
जाति के आधार पर चल रहे भेदभाव पर खेद व्यक्त करते हुए केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि दलित जाति के जो लोग कुएं खोदते हैं और मूर्तियां बनाते हैं, उन्हें कुएं से पानी पीने एवं मंदिरों में प्रवेश से रोका जाना आज के युग में ठीक नहीं है। लोगों में ऐसी सोच बदलनी चाहिए।