राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद में आत्महत्या कर चुके महाराष्ट्र के किसानों के बच्चों ने अपनी पीड़ा को एक नाटक के जरिए सबके सामने रखा।
संसद के दोनों सदनों में बुधवार को किसानों की खुदकुशी और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। मंगलवार को भी विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई थी।
मध्यप्रदेश के मंदसौर से दिल्ली पहुंची किसान मुक्ति यात्रा ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद का आयोजन किया, जिसमें किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने और कर्ज मुक्ति के मुद्दे पर लड़ाई जारी रखने की घोषणा की गई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए किसानों की आवाज संसद में भी बुलंद करने की बात कही गई। इस दौरान किसानों ने हाथ उठाकर आत्महत्या मुक्त भारत बनाने का संकल्प भी लिया।
पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में किसानों की आत्महत्या की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। यूएसनगर जिले में ट्रैक्टर का लोन नहीं चुका पाने की वजह से किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। किसान की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। फिलहाल किसान के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
किसान आंदोलन और प्रदेश में कर्ज से परेशान किसानों की आत्महत्या पर चारों ओर से खुद को घिरता देख मध्यप्रदेश सरकार ने अपने सुर बदल लिए हैं. अब उसने भी खेती में इतना मुनाफा नहीं है, कहना शुरू कर दिया है।