मध्य प्रदेश में गोलीबारी से 6 किसानों की मौत के बाद अब महाराष्ट्र में भी दर्दनाक घटना सामने आई है। महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर 4 किसानों ने खुदकुशी कर ली है।
मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान हुई फायरिंग और किसानों के मुद्दों को लेकर प्रधान मंत्री मोदी ने बैठक ली है। सूत्रों के अनुसार देश के कई हिस्सों में किसानों का प्रदर्शन और मंदसौर में हुई फायरिंग पर चर्चा के लिए यह बैठक बुलाई गई। वहीं मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के हालात को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को फोनकर जानकारी दी है।
राजस्थान के भाजपा विधायक ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। विधायक ने कहा कि एक भी किसान ऐसा नहीं है जिस पर कर्ज न हो। किसान अपने दूध सड़क पर फेंक रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है।
फसलों के उचित दाम और कर्ज माफी जैसे मुद्दों को लेकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है। आंदोलन में फूट डालने की भाजपा सरकार की कोशिशें बेअसर होती दिख रही हैं।
महाराष्ट्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाने वाले किसानों के आंदोलन का असर आज दूसरे दिन भी बरकरार है। कर्ज माफी की मांग को लेकर किसान गुरुवार से हड़ताल पर हैं। राज्य में किसान आंदोलन में जारी हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। किसानों ने बुलडाणा में दूध से होली भी खेली।
दिल्ली आईआईटी कैंपस की एक पीएचडी छात्रा ने पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली। 28 वर्षीय मृतिका शादीशुदा थी और वाटर रिसोर्स में रिसर्च कर रही थी। उसका पूरा परिवार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहता है।
मराठी फिल्म निर्माता अतुल बी तपकीर ने आज पुणे के होटल में सुसाइड कर लिया। मौत से पहले उन्होंने फेसबुक पर एक लम्बा पोस्ट भी लिखा है। जिसमें उन्होंने फिल्म 'ढोल ताशे' में हुए भारी नुकसान और तनावपूर्ण पारिवारिक जीवन को कारण बताया है।