उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री स्वाति सिंह द्वारा लखनऊ में बीयर बार के उद्घाटन किए जाने पर जमकर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस ने इसे शराबबंदी के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं का अपमान करार दिया है। वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रिपोर्ट मांगी है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की एक मंत्री के द्वारा किए गए एक बीयर बार के उद्घाटन की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। तस्वीरों में उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाति सिंह एक बीयर बार का फीता काटते दिख रही हैं।
रोड रेज मामले में सोमवार को मणिपुर की एक ट्रॉयल कोर्ट ने सीएम बीरेन सिंह के बेटे अजय मिताई को पांच साल की जेल की सजा सुनाई है। रोड रेज का यह मामला 2011 का है।
लगातार पांच बार एवरेस्ट पर फतह करने वाले पद्मश्री लवराज धर्मशक्तू एक बार फिर विश्व की सबसे ऊंचे पर्वत शिखर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया है। बीएसएफ में सहायक सेनानी के पद पर तैनात पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू के नेतृत्व में ओएनजीसी का एवरेस्ट अभियान दल 27 मार्च को दिल्ली से रवाना हुआ था।
पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। गिल ने दोपहर ढाई बजे दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी आयु 82 वर्ष थी। गिल ने पंजाब में आतंकवाद को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई थी।
दो महीने पहले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-74 के भूमि अधिग्रहण घोटाले की सीबीआई जांच का ऐलान करने वाले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सुर इस मुद्दे पर पूरी तरह बदल चुके हैं।
सीबीआई की विशेष अदालत ने कोयला घोटाला में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बड़ी राहत दी है। अदालत ने कहा है कि मनमोहन सिंह के सामने यह मानने का कोई कारण नहीं था कि तत्कालीन कोयला सचिव एचसी गुप्ता ने कोल ब्लॉक आवंटन के लिए नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनी की सिफारिश की है।
सीबीआई की विशेष अदालत ने आज कोयला घोटाले से जुड़े एक मामले में फैसला दिया है। अदालत ने इस मामले में पूर्व कोयला सचिव एच सी गुप्ता, केएसएसपीएल कंपनी के एमडी पवन अहलूवालिया और संयुक्त सचिव क्रोफा को कई धाराओं के तहत दोषी ठहराया है।
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।