जम्मू-कश्मीर के उरी और नौगाम में आज एक बार फिर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की। इस दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों की इस कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। इस गोलीबारी में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया है।
पठानकोट एयरबेस पर हमले में शहीद हुए शहीद कुलवंत सिंह के परिजनों के साथ एक ट्रैवल एजेंट और उसके दोस्तों ने मारपीट की है। जानकारी के अनुसार गुरदासपुर के एजेंट ने शहीद के भाई से फ्रांस में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए लिए थे लेकिन फ्रांस नहीं भेजा। जब शहीद के परिजनों ने एजेंट से रुपये लौटाने की मांग की तो एजेंट और उसके दोस्तों ने शहीद के परिजनों को बुरी तरह पीटा।
मेरा बेटा 26 दुश्मनों को मारने के बाद शहीद हुआ था। जब यह घटना घटी उस वक्त केंद्र में सरकार भाजपा की थी। उस दौरान हमसे कई तरह के वादे किए गए थे जो पूरे नहीं हुए और आज जब मेरी पोती गुरमेहर को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है तब भी सरकार भाजपा की है। यह दर्द है रामजस विवाद में चर्चा आई गुरमेहर कौर के दादा कंवलजीत सिंह का।