बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरूख खान का मानना है कि टेनिस स्टार सानिया मिर्जा पर बनने वाली कोई भी फिल्म प्रेरक होगी और वह चाहेंगे कि इस तरह की फिल्म का निर्माण वह करें।
नेताओं में अंधविश्वास कूट-कूट कर भरा हुआ है। इसी अंधविश्वास के चलते भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बद्रीनाथ की यात्रा हेलीकॉप्टर से नहीं कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जब भी किसी नेता ने हेलीकॉप्टर से बद्रीनाथ की यात्रा की तो उसकी कुर्सी चली गई। इसी क्रम में उनके उत्तराखंड के कार्यक्रम में भी बदलाव किया गया है। पहले यह दौरा तीन दिनों का था लेकिन अब दो ही दिन उत्तराखंड में रहेंगे।
तीन साल पहले 16 जून की रात केदारनाथ में हुई भारी जल प्रलय के निशान अब मिटने लगे हैं। केदारनाथ मंदिर के पास शांत बह रही मंदाकिनी के नवनिर्मित किनारे श्रद़धालुओं में शायद यही संदेश दे रहे हैं, कि जख्म कितना भी घातक हो, वक्त सबसे बड़ा मरहम होता है। प्रलयंकारी उफान में 11,755 फुट की उंचाई पर स्थित हिमालयी धाम के डूबने के साथ ही देश भर से आये श्रद़धालु, पुजारी, व्यापारी और स्थानीय लोगों सहित करीब 5000 जिंदगियां बह गई थीं। रह गयी थी बस चीख और पुकार तथा अपनों का क्रंदन। उस मातमी माहौल को केदारनाथ की महिमा ने पीछे कर दिया है।
जब हर तरफ सूखे और गर्मी से लोग बेहाल है, तब ऐसे में मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव बघुवार ने पानी बचाने और भूजल सुरक्षित रखने के लिए नई मिसाल कायम की है। हरियाली से भरपूर इस गांव के कुओं और तालाब में इस भीषण गर्मी में भी पर्याप्त पानी है। यह सब संभव हुआ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सिद्धांतों को अपनाकर।
शाहरूख खान की आने वाली फिल्म फैन का टीजर पोस्टर एसआरके यूनिवर्स के ट्वीटर अकाउंट पर आने के बाद शाहरूख खान ने इसे रीट्वीट किया है। शाहरूख के प्रशंसकों को इस फिल्म का लंबे समय से इंतजार है।
अमेरिक के लुइसियाना राज्य में एक सिनेमाघर में हुई गोलीबारी में तीन लोग मारे गए जबकि सात घायल हैं। एक बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर दो लोगों की हत्या कर दी और बाद में खुद को भी गोली मारकर जान दे दी।
जाने-माने उर्दू कवि, आलोचक एवं वक्ता बशर नवाज का आज औरंगाबाद में निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार थे। हिंदी फिल्म बाजार का बेहद लोकप्रिय गीत ‘करोगे याद’ उन्होंने ही लिखा था।
उत्तराखंड में जून 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ से मची तबाही के दौरान हजारों लोग कई दिनों तक भूखे रहने को मजबूर थे, बच्चे भूख से बिलबिला रहे थे, सर्दी- बीमारी काल बन निगल रही थी, उस वक्त राहत के काम में जुटे राज्य सरकार के अधिकारी मटन, चिकन और बेहतरीन खाने का लुत्फ उठा रहे थे। सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) के जरिये हुए इस सनसनीखेज खुलासे में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।