बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि सपा और भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत के कारण ही साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में एक भाजपा विधायक और सपा के एक नेता षड्यंत्र रचने जा रहे हैं कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले साम्प्रदायिक दंगे कराए जाएं, ताकि उसकी आग पूरे प्रदेश में फैल जाए और उसका सियासी फायदा उठाया जा सके।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने हाल में पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बसपा और अपने समाज के प्रति गद्दार करार देते हुए कहा कि उनकी गलती की सजा उनके समाज को नहीं दी जाएगी और मौर्य की पार्टी में अब दोबारा कभी वापसी नहीं होगी।
मध्यप्रदेश से राज्यसभा के कांग्रेस उम्मीदवार और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा के लिए थोड़ी राहत की खबर है। राज्य में चार विधायकों वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तनखा को समर्थन देने की घोषणा की है।
बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा शासित हरियाणा में कांशीराम की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना की निन्दा करते हुए मंगलवार को मांग की कि हरियाणा सरकार दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे। मायावती ने कहा, एक तरफ मानवतावादी आंदोलन को गति प्रदान करने वाले कांशीराम जी की प्रतिमा को तोड़ने का घिनौना काम किया जाता है तो दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक ओबीसी समाज के व्यक्ति के घर दलितों के साथ खाना खाने का वैसा ही नाटक करते हैं, जैसा कांग्रेस पार्टी के युवराज :राहुल गांधी: खासकर बसपा शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में किया करते थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि उन्होंने अपने शासनकाल में प्रदेश को बर्बाद कर दिया। अखिलेश ने यह भी कहा कि सूबे में मेरे जैसा काम किसाी सीएम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यूपी की सड़क एम्बुलेंस और डायल 100 का मुकाबला नहीं। डायल करो और 10 मिनट में पुलिस और एम्बुलेंस आपके पास हाजिर हो जाती है।
माली के एक होटल पर आतंकवादी हमले में मरे 27 लोगों में भारतीय मूल की एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जान किरबी ने बताया कि कल के हमले में एकमात्र जिस अमेरिकी नागरिक की मौत हुई वह अनीता अशोक दातार (41) हैं। इन 27 लोगों की मौत के बाद माली में शोक की लहर है और देश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। देश में 10 दिनों के लिए आपातकाल भी लगा दिया गया है।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने आज करोड़ों रुपये के एनआरएचएम घोटले पर उनसे पूछताछ करने के सीबीआई के निर्णय को लेकर भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि इस मामले से उनका कोई संबंध नहीं है और केंद्र सरकार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक फायदे के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।
केंद्र सरकार ने सर्कुलर निकाल कर जिस तरह से पत्रकारों को सरकारी अधिकारियों से सीधे मिलने में रोक लगाई है, उस पर प्रेस परिषद से बकायदा पत्र लिख, अपनी चिंता का इजहार किया है