तरणताल के जादूगर माइकल फेल्प्स ने एक बार फिर अपने फन का लोहा मनवाते हुए रियो ओलंपिक में 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले खिताब जीत लिया जिससे खेलों के महासमर में उनके पीले तमगों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है और वह एक ही व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार चार ओलंपिक में खिताब जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए।
भारतीय महिला हाकी टीम का लचर प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और अमेरिका ने उसे 3-0 से हराकर रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के उसके रास्ते लगभग बंद कर दिये।
भारत ने मुकाबला खत्म होने से कुछ सेकेंड पहले पांच पेनल्टी कार्नर गंवाए जिससे उसे पुरूष हाकी स्पर्धा में नीदरलैंड के खिलाफ 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद वह रियो ओलंपिक की हाकी प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहा।
खेलों के महासमर में अभी तक एक भी पदक नहीं जीत सके भारत के ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी शुक्रवार को रियो में अपने अभियान का आगाज करेंगे और 116 साल से चला आ रहा पदकों का अकाल खत्म होने की उम्मीद इस बार भी नजर नहीं आती।
आेलंपिक में 100 मीटर की दौड़ में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली धाविका दुती चंद दुती चंद ने कहा है कि उन्हें विमान के इकोनोमी क्लास में रियो तक की यात्रा के दौरान काफी परेशानी हुई।
लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद देशवासियों की नूरे नजर बनी साइना नेहवाल पर एक बार फिर एक अरब से अधिक भारतीयों की उम्मीदों का दारोमदार होगा जब वह और छह अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी रियो ओलंपिक में अपने अभियान का आगाज करेंगे।
अर्जेंटीना के खिलाफ मनोबल बढ़ाने वाली जीत दर्ज करने से क्वार्टरफाइनल स्थान लगभग सुनिश्चित करने वाली भारतीय हाकी टीम गुरुवार को रियो ओलंपिक के पूल बी मैच में दुनिया की नंबर दो टीम नीदरलैंड से भिड़ेगी।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
तीरंदाज दीपिका कुमारी ने रियो ओलंपिक खेलों की तीरंदाजी की महिला टीम स्पर्धा में लचर प्रदर्शन पर हैरानी जतायी जिसमें भारतीय टीम क्वालीफाईंग में सातवें स्थान पर रही। दीपिका 720 में से 640 अंक ही जुटा पायी जिससे वह 20वें स्थान पर रही जबकि अनुभवी बोम्बायला देवी लेशराम 638 अंक के साथ 24वें और लक्ष्मीरानी माझी 614 अंक लेकर 43वें स्थान पर रही।