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राष्ट्रपति बनने की तमन्ना थी अर्नाल्ड श्वार्जनेगर की

राष्ट्रपति बनने की तमन्ना थी अर्नाल्ड श्वार्जनेगर की

हॉलीवुड स्टार अर्नाल्ड श्वार्जनेगर ने ख्वाहिश जताई है कि काश वह इस साल अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए योग्य होते। फीमेल फर्स्ट की रिपोर्ट के मुताबिक 2011 तक आठ साल तक कैलिफोर्निया के गर्वनर रहे टर्मिनेटर के अभिनेता आस्ट्रिया में जन्म लेने के कारण राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने में अक्षम हैं।
पान मसाला विज्ञापन पर पीयर्स ब्रासनन बोले, मैं स्तब्ध और बहुत निराश हूं

पान मसाला विज्ञापन पर पीयर्स ब्रासनन बोले, मैं स्तब्ध और बहुत निराश हूं

हॉलीवुड स्टार पीयर्स ब्रोसनन का कहना है कि वह भारतीय पान मसाला के विज्ञापन में अपनी तस्वीर के छलपूर्वक इस्तेमाल से बहुत निराश हैं।
आप के निष्‍कासित विधायक का आरोप, पार्टी ने किया 16 करोड़ का चंदा घोटाला

आप के निष्‍कासित विधायक का आरोप, पार्टी ने किया 16 करोड़ का चंदा घोटाला

आम आदमी पार्टी की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती जा रही है। आप से निष्कासित विधायक देवेंद्र सहरावत ने अब अरविंद केजरीवाल एंड पार्टी पर चंदा घोटाले का आरोप लगाकर दिल्ली सरकार की नींंद हराम कर दी हैं। बिजवासन से विधायक देवेंद्र ने पार्टी पर 16 करोड़ रुपये से अधिक के चंदा घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घोटाला सौ करोड़ रुपये का है, जिस पर वह जल्द सुबूत के साथ दोबारा प्रेस वार्ता करेंगे। सहरावत ने कहा कि चुनाव आयोग को चंदे के संबंध में गलत जानकारी दी गई है। दानकर्ताओं के नाम पता व पैन नंबर नहीं बताए गए हैंं।
गांधी के बारे में दुनिया बहुत कुछ नहीं जानती : किताब

गांधी के बारे में दुनिया बहुत कुछ नहीं जानती : किताब

दुनिया में कस्तूर को खुशबू के लिए जाना जाता है और उसका नाम इसी पर रखा गया था। वह रईस कपाड़िया परिवार में सबसे छोटी थी, जो विदेशों में कपड़े, अनाज और कपास के कारोबार का स्थापित घराना था। बाद में दुनिया में उन्हें कस्तूरबा के नाम से जाना गया। वह एक ऐसे व्यक्ति की पत्नी बनीं, जिसे शांति के दूत के रूप में दुनिया भर में सम्मान प्राप्त हुआ। कस्तूरबा की शादी बचपन में ही मोहनदास से हो गयी थी। मोहनदास स्वयंधर्मी और दबंग पति थे।
जन्‍मदिन विशेष : चलते रहने का नाम है अमिताभ

जन्‍मदिन विशेष : चलते रहने का नाम है अमिताभ

अमिताभ बच्चन के बारे में अब क्‍या कहा जाए, समझ में नहीं आता। जैसे-जैसे वह उम्रदराज हो रहे हैं। उनमें एक नई आभा दिख रही है। शायद यह उनके अथक और अनवरत परिश्रम का नतीजा है। लिहाजा अगर हम कहें कि चलते रहने का नाम अमिताभ है तो कोई अतिश्‍योक्ति नहीं होगी।
मुस्लिम विद्वानों की राय, जाकिर नाइक ने किया जकात अदा से धोखा

मुस्लिम विद्वानों की राय, जाकिर नाइक ने किया जकात अदा से धोखा

इस्लामिक गुरु डॉ. जाकिर नाइक की संस्‍था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की तरफ से राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को 50 लाख रुपये दिए जाने को मुस्लिम विद्वानों ने अनुचित करार दिया है। नई दिल्ली के सूफी पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष मौलाना डॉ. हफीज़ुर्रहमान मिसबाही ने कहा कि अगर नाइक ने जकात (दान) की राशि दी, तो उन्होंने लाभार्थी मुसलमानों और जकात अदा दोनों के साथ धोखा किया है। जकात की यह राशि वास्तव में डॉ. नाइक ने गरीब मुसलमानों और विधवाओं तक पहुंचाने के लिए प्राप्त की होगी। जकात की मंशा के खिलाफ इस राशि का इस्तेमाल सही नहीं है।
कांग्रेस की संस्‍था नाइक को 50 लाख रुपये का चंदा वापस लौटाएगी

कांग्रेस की संस्‍था नाइक को 50 लाख रुपये का चंदा वापस लौटाएगी

युवाओं को आंतक के लिए भड़काने और गैरकानूनी ढंग से धर्मांतरण के आरोपों से घिरे इस्‍लामिक उपदेशक जाकिर नाइक की वजह से कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष सोनिया गांधी कठिनाई में घिर गई हैं। सोनिया गांधी की अगुवाई वाली संस्था राजीव गांधी फाउंडेशन को नाइक ने 50 लाख रुपये का चंदा दिया था। फाउंडेशन ने अब इसे लौटाने का फैसला किया है।
भाजपा का आरोप, राजीव गांधी फाउंडेशन को नाइक ने चंदे के रूप में रिश्वत दिया

भाजपा का आरोप, राजीव गांधी फाउंडेशन को नाइक ने चंदे के रूप में रिश्वत दिया

भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से 50 लाख रूपए का चंदा दरअसल एक रिश्वत थी ताकि उसकी देश-विरोधी गतिविधियों को ढंका जा सके।
मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

देश में इस समय लाखों लोग नेत्रदान के जरिए आंखों की रोशनी पाने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कई प्रकार की भ्रांतियों के चलते आज भी लोग उतनी संख्या में नेत्रदान के लिए आगे नहीं आ रहे हैं जितनी जरूरत है। सच्चाई यह है कि मधुमेह, अस्थमा और ब्लड प्रेशर के मरीज भी आसानी से नेत्रदान कर सकते हैं।
क्लिंटन फाउंडेशन को दान का मुद्दा उठा कर फंसे ट्रम्प

क्लिंटन फाउंडेशन को दान का मुद्दा उठा कर फंसे ट्रम्प

हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रम्प- दोनों के चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए गए दान लेकर विवाद उठ रहा है। हिलेरी क्लिंटन के प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यह कहे जाने पर विवाद उठ खड़ा हुआ है कि उन्होंने क्लिंटन के फाउंडेशन को दान दिया, जिससे कि वे उनके तीसरे विवाह समारोह में शामिल हों। ट्रम्प ने अगस्त में एक रिपब्लिकन प्राइमरी डिबेट में कहा, ‘मैंने उनसे कहा मेरी शादी में शामिल होइए। वे आईं, क्योंकि उनके पास कोई चारा नहीं था। मैंने उनके फाउंडेशन को अच्छी खासी रकम दी थी।’ अमेरिकी मीडिया के अनुसार, उनका यह दावा गलत है। क्योंकि, ट्रम्प की यह शादी 2005 में हुई थी। जबकि, उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन को 2009 और 2010 में डॉलर दान किए थे।
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