Advertisement

Search Result : "Veteran Athletics Coach"

युवा खिलाड़ियों ने प्रभावित किया : बांगड़

युवा खिलाड़ियों ने प्रभावित किया : बांगड़

भारतीय टीम के लिये जिम्बाब्वे के खिलाफ संक्षिप्त दौरा इतना आसान नहीं रहा, विशेषकर ट्वेंटी20 में लेकिन भारतीय कोच संजय बांगड़ का कहना है कि युवा खिलाड़ी इसमें प्रभावित करने में सफल रहे।
चैपल की सिफारिश जैसी गलती नहीं करूंगा : गांगुली

चैपल की सिफारिश जैसी गलती नहीं करूंगा : गांगुली

सौरव गांगुली के पास भारत के अगले मुख्य कोच के चयन की जिम्मेदारी है और इस पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्होंने 2005 में ग्रेग चैपल के नाम की सिफारिश करके जिस तरह की गलती की थी इस बार ऐसा कुछ नहीं करेंगे।
कुंबले, आमरे और राजपूत ने भारतीय कोच पद के लिये प्रस्तुति दी

कुंबले, आमरे और राजपूत ने भारतीय कोच पद के लिये प्रस्तुति दी

पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले, पूर्व क्रिकेटरों प्रवीण आमरे और लालचंद राजपूत ने मंगलवार को कोलकाता में बीसीसीआई की तीन सदस्यीय समिति के सामने अपनी प्रस्तुति पेश की।
कुंबले,  शास्त्री,  मूडी ने भारतीय कोच पद के लिए साक्षात्कार दिया

कुंबले, शास्त्री, मूडी ने भारतीय कोच पद के लिए साक्षात्कार दिया

भारत की नये क्रिकेट कोच की लंबे समय से चली आ रही खोज मंगलवार को तब अपने अंतिम चरण में पहुंच गयी जब क्रिकेट सलाहकार समिति ने पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले और रवि शास्त्री सहित कई अन्य उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिये।
ओलंपिक खेलों में बरकरार रहेगा यह आत्मविश्वास : ओल्टमेंस

ओलंपिक खेलों में बरकरार रहेगा यह आत्मविश्वास : ओल्टमेंस

भारतीय हॉकी टीम के कोच रोलेंट ओल्टमैंस टीम के चैम्पियंस ट्राफी में शानदार प्रदर्शन से काफी खुश हैं और उन्होंने कहा कि इससे खिलाडि़यों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी जिससे वे रियो ओलंपिक खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
चैम्पियंस ट्रॉफी: जर्मनी से बराबरी पर ओल्टमैंस बोले, प्रदर्शन और अच्‍छा हो

चैम्पियंस ट्रॉफी: जर्मनी से बराबरी पर ओल्टमैंस बोले, प्रदर्शन और अच्‍छा हो

चैम्पियंस ट्रॉफी के शुरूआती मैच में भारत के ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी से 3-3 से खेलने से कोच रोलैंट ओल्टमैंस संतुष्ट नहीं हैं और उन्हें लगता है कि खिलाड़ियों को इससे बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था। भारत ने हूटर बजने से तीन मिनट पहले एक गोल गंवाया जिससे जर्मनी शर्मसार होने से बच गया।
मिले-जुले समाज से पाकिस्तान महरूम है-इंतिजार हुसैन

मिले-जुले समाज से पाकिस्तान महरूम है-इंतिजार हुसैन

पाकिस्तान के प्रसिद्ध कहानीकार इंतिजार हुसैन ने 2 फरवरी 2016 को इस संसार से विदा ले ली। भारत में पैदा हुए इंतिजार की शिक्षा पहले हापुड़ फिर मेरठ कॉलेज से हुई थी। सन 2012 में सआदत हसन मंटो की जन्मशताब्दी वर्ष के मौके पर पाकिस्तान के नामी अफसानानिगार इंतिजार हुसैन भारत आए थे। विभाजन के बाद वह परिवार के साथ पाकिस्तान चले गए थे। लेकिन उनकी रूह भारत में ही रहती थी। उनकी कहानियों में अलग तरह का दर्शन था। बस्ती, हिंदुस्तान से आखिरी खत उनकी लोकप्रिय कृतियों में से है। तब उन्होंने आउटलुक से ढेर सी बात की थी। उनके साक्षात्कार में उन्होंन बताया था भारत और भारतीयता की समझ को। उनका भारत में दिया गया अंतिम साक्षात्कार
पिता से पहले गुरु थे कुमार गंधर्व

पिता से पहले गुरु थे कुमार गंधर्व

रिमझिम बारिश और पूना के बेतरतीब ट्रैफिक से गुजर जब मैं वार्जे के अतुल नगर इलाके में पहुंची तो हल्की ठंडक ने थोड़ी सी सिहरन भर दी थी। जब मैं कमरे में पहुंची तो कपूर की भीनी सी खुशबू नथुनों से टकराई और लगा जैसे एक-डेढ़ घंटे की थकान धीरे-धीरे कपूर के साथ उड़ रही है। उस छोटे से कमरे में कला के विविधरूप थे। छोटी मूर्तियां, कुछ रंग और बहुत सारा संगीत। इन सबके बीच सफेद धोती, कमीज और कंधे पर गमछा डाले जो शख्स विनम्रता से आते हैं उनका नाम है, मुकुल शिवपुत्र।
गांगुली की नियुक्ति पर अभी फैसला नहीं: बोर्ड

गांगुली की नियुक्ति पर अभी फैसला नहीं: बोर्ड

सौरव गांगुली के भारतीय क्रिकेट टीम के साथ कोच के रूप में जुड़ने की अटकलबाजियों के बीच बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि बोर्ड को अभी इस पर फैसला करना है। कयास लगाये जा रहे हैं कि गांगुली राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सलाहकार पैनल के अध्यक्ष, हाई परफॉर्मेंस मैनेजर, टीम निदेशक या मुख्य कोच कुछ भी बनाए जा सकते हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement