यूपीएससी-2016 का रिजल्ट घोषित हो गया है। इस बार नंदिनी केआर ने पहला स्थान हासिल किया है, जबकि अनमोल शेर सिंह बेदी दूसरे और जी, रोनांकी तीसरे स्थान पर हैं।
मद्रास हाई कोर्ट ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रेवश परीक्षा (नीट) के रिजल्ट पर अंतरिम रोक लगा दी है। गत 7 मई को हुई नीट परीक्षा में अंग्रेजी और तमिल प्रश्न-पत्र में अंतर को लेकर एक छात्र ने मद्रास हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके तहत कोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगा दी है।
मध्यप्रदेश बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा ने प्रदेश में उफान ला दिया है। परिणाम घोषित होने के कुछ ही घंटों में दो सगे भाई-बहन सहित 12 छात्रों ने आत्महत्या कर ली।
आज अगर शारीरिक जांच में आप कैंसर मुक्त पाए गए हैं तो भी बहुत खुश होने की जरुरत नहीं है। क्योंकि संभव है कि अगले दिन ही आपके शरीर में कैंसर का बीजोरोपण हो गया हो। कैंसर आपको कहीं भी और कभी भी हो सकता है क्योंकि ज्यादातर मामलों में यह रोग मरीज का बैड लक पाया गया है। अमेरिका के जाने माने अस्पताल जॉन हापकिंस की ताजा स्टडी में यह बात सामने आई है। खराब जीवन शैली व अनुवांशिक कारणों से भी कैंसर होते हैं लेकिन ज्यादातर मामले भूलवश ही होते हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 500 और 1000 रूपये के नोट बंद करने के केन्द्र सरकार के कदम को तानाशाही और अहंकार से भरा बताते हुए शुक्रवार को कहा कि देश के करोड़ों गरीबों और मेहनतकशों को इससे पीड़ा हो रही है और जब सरकार इस पीड़ा को समझ ना पाये तो उसके बुरे दिन दूर नहीं।
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय नगरपालिका, नगरपरिषद और महानगरपालिका के चुनाव में भाजपा के हारने का अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में मराठवाड़ा में शिवसेना के और पश्चिम महाराष्ट्र में राकांपा के जीतने का आकलन व्यक्त किया गया है। महाराष्ट्र सीआईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर के दलित, मुस्लिम व अन्य पिछड़ा वर्ग, जो करीब 35 से 40 प्रतिशत हैं, वह भाजपा को वोट नहीं देंंगेे।
किसी व्यक्ति का व्यवहार अच्छा है या बुरा इसे पता लगाने के लिए एक नया गणितिय फार्मूला खोज निकाला गया है। अब जल्द ही पता चल जाएगा कि कुछ लोगों का स्वभाव अनुवांशिक रूप से बहुत अच्छा और बहुत बुरा क्यों होता है।
लंदन में पन्द्रह साल के एक लड़के के ‘असामाजिक’ व्यवहार का पता लगाने के लिए उसे जीपीएस टैग पहनाया गया है। इस प्रकार के टैग वाला यह ब्रिटेन का पहला लड़का हो गया है।
भारत में कटे होंठ और तालु के 72,000 से अधिक एेसे मामले हैं, जिनका अब तक उपचार नहीं हो सका है। इस विषय में अध्ययन करने वाले अनुसंधानकर्ताओं ने स्थिति से निपटने के लिए विशेष प्रयास करने के सुझाव दिये हैं। खराब पोषण और प्रसव पूर्व देखरेख की कमी के कारण निम्न और मध्यम आय वाले देशों में नवजात बच्चों में कटे होंठ और तालु के मामले देखने को मिलते हैं।