बांग्लादेश के उत्तर में गुरुवार को ईद की नमाज के सबसे बड़े कार्यक्रम के नजदीक हुए बम विस्फोट में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की खबर है। इनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है। बारह अन्य घायल हो गए।
कल यानी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। पूरे भारत में योग दिवस को लेकर तैयारियां चल रही हैं। इस बार दुबई में भी योग की धूम रही। इस आयोजन ने योग के बाद जो दूसरी बात समान है वह है बाबा रामदेव। देश से लेकर विदेश में तक वही दिखाई पड़ रहे हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को 46 साल के हो गए हैंं। जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह ही ट्वीट कर राहुल को वर्षगांठ की शुभकामनाएं दी। राहुल ने भी पीएम मोदी को शुभकामनाओं पर धन्यवाद दिया है।
नागरिकों के पैसे से हुए इस भव्य आयोजन की चकाचौंध भले ही जितनी टीवी स्क्रीन पर जगमग हो, लेकिन आम दिल्ली वासी, आम नागरिक और सामान्य मीडिया की पहुंच से रहा सारा आयोजन बाहर
देश के विभिन्न हिस्सों में मांस की बिक्री जहां प्रतिबंधित कर दी गई है, वहीं तीर्थनगरी अयोध्या ने ईद के दौरान यह पाबंदी हटाकर मिसाल कायम की है। इस देवनगरी में अमूमन सालभर गोकशी और मांस बिक्री पर प्रतिबंध रहता है लेकिन ईद के मौके पर इस बार तीन दिन के लिए मांस की बिक्री से प्रतिबंध हटा दिया गया है।
जम्मू एवं कश्मीर में शुक्रवार से शुरू हुई हिंसक झड़पें शनिवार को ईद के दिन भी जारी रहीं और अलगाववादियों ने कई जगह पाकिस्तान के झंडे लहराए। शनिवार को ईद की नमाज के बाद राज्य के अनंतनाग जिले और कई इलाकों में पथराव कर रहे युवकों तथा सुरक्षा बलों के बीच झड़प की घटनाएं हुईं। शहर के अंदरूनी इलाके में पाकिस्तानी झंडे लहराए जाने की खबरें हैं।
सुरक्षा एजेंसियों की भारी चौकसी के बीच शहर में आज भगवान जगन्नाथ की 138 वीं रथयात्रा और ईद उल फित्र का त्योहार मनाया गया। ये दोनों त्योहार 30 वर्ष बाद संयोग से एक ही दिन मनाये गये। धूमधाम से शुरू हुई इस रथयात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। यह मुकद्दस महीना खत्म होते-होते मीठी सेवइयों की खुशबू हवा में तैरने लगेगी। और एक बात जो फिजाओं में होगी वह है बजरंगी भाई जान के जलवे।
नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर भारतीय जनता पार्टी अब लोकसभा चुनाव पूर्व हुई रैलियों की तर्ज पर सरकार की उपलब्धियों के बताएगी। ताकि जनता के बीच यह संदेश दिया जा सके कि सरकार ने एक साल में क्या-क्या कार्यक्रम शुरू किए और आगे क्या करने वाले हैं।