राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद में आत्महत्या कर चुके महाराष्ट्र के किसानों के बच्चों ने अपनी पीड़ा को एक नाटक के जरिए सबके सामने रखा।
मध्यप्रदेश के मंदसौर से दिल्ली पहुंची किसान मुक्ति यात्रा ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद का आयोजन किया, जिसमें किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने और कर्ज मुक्ति के मुद्दे पर लड़ाई जारी रखने की घोषणा की गई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए किसानों की आवाज संसद में भी बुलंद करने की बात कही गई। इस दौरान किसानों ने हाथ उठाकर आत्महत्या मुक्त भारत बनाने का संकल्प भी लिया।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बेहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में कलेक्टर अवनीश शरण का बहुत बड़ा हाथ है। ये पहला मौका नहीं है, जब अवनीश ने अपनी बेटी का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया, इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी को 9 माह तक आंगनबाड़ी में पढ़ाया था।
किसान आंदोलन और प्रदेश में कर्ज से परेशान किसानों की आत्महत्या पर चारों ओर से खुद को घिरता देख मध्यप्रदेश सरकार ने अपने सुर बदल लिए हैं. अब उसने भी खेती में इतना मुनाफा नहीं है, कहना शुरू कर दिया है।
मध्य प्रदेश में कर्ज की समस्या के बोझ तले दबे किसान आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश में किसान आंदोलन खत्म होने के बाद भी किसान आत्महत्या का सिलसिला कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है।