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आईएएस ने मुस्लिम व दलितों की फांसी पर उठाए सवाल, भाजपा सरकार ने नोटिस दिया

आईएएस ने मुस्लिम व दलितों की फांसी पर उठाए सवाल, भाजपा सरकार ने नोटिस दिया

छत्‍तीसगढ़ के आईएएस अफसर अलेक्‍स पाॅल मेनन को छत्‍तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने नोटिस जारी किया है। मेनन अक्‍सर अपने बयानों और ट्विट के जरिए चर्चा में रहते हैं। उन्होने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक ट्विट के जरिए भारत की न्याय व्यवस्था पर सवालिया निशान उठाए थे।
गो हत्‍या पर पिटाई : गुजरात में 15000 दलित बौद्ध धर्म अपनाने को तैयार

गो हत्‍या पर पिटाई : गुजरात में 15000 दलित बौद्ध धर्म अपनाने को तैयार

गुजरात में गो हत्‍या पर दलितों की पिटाई का मामला शांत होता नहींं दिख रहा है। ऊना में दलितों की पिटाई के बाद राज्‍य के बनासकांठा जिले के 15 हजार दलितों ने धर्म बदलने की धमकी दी है। उनका कहना है कि अगर जल्‍द स्थिति नहीं सुधरी तो वह बौद्ध धर्म को अपना लेंगे।
गुजरात में दलित पिटाई का मामला : सीआईडी ने कहा, गाय को शेरों ने मारा

गुजरात में दलित पिटाई का मामला : सीआईडी ने कहा, गाय को शेरों ने मारा

गुजरात पुलिस ने कहा है कि राज्य के उना कस्बे में जिस गाय की खाल उतारने को लेकर कथित गोरक्षकों द्वारा दलितों की बर्बर पिटाई की गई थी, उसे शेरों ने मारा था। दलितों की पिटाई की इस घटना की चौतरफा निंदा हुई है। उना तालुक के मोटा समधियाला गांव के निकट दलितों की निर्मम ढंग से पिटाई के मामले की जांच कर रहे सीआईडी-अपराध विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से उनको पता चला है कि गाय को 10 और 11 जुलाई की दरम्यानी रात में शेरों ने मारा था।
कसूर बस इतना कि दलित था और सवर्ण लड़की से प्रेम कर बैठा

कसूर बस इतना कि दलित था और सवर्ण लड़की से प्रेम कर बैठा

झूठी शान की खातिर हत्या करने के एक संदिग्ध मामले में नवी मुंबई में एक सवर्ण लड़की के परिवार वालों ने 16 साल के एक दलित लड़के की कथित तौर पर हत्या कर दी। लड़का सवर्ण लड़की से प्रेम करता था। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मामले के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 17 साल की लड़की को भी हिरासत में लिया गया है।
बसपा नोट छापने की मशीन : माया बोलीं, जातिवादी अमित शाह जलते हैं हमसे

बसपा नोट छापने की मशीन : माया बोलीं, जातिवादी अमित शाह जलते हैं हमसे

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बसपा को ‘नोट छापने की मशीन’ बनाये जाने के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आरोप को घोर जातिवादी और ईर्ष्यापूर्ण मानसिकता की निशानी करार दिया है। मायावती ने रविवार को पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों तथा वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि बसपा को नोट छापने वाली मशीन बना दिये जाने का भाजपा का आरोप घोर जातिवादी व ईर्ष्यापूर्ण मानसिकता का सूचक है।
कुंभ स्‍नान के बाद शाह का आज बनारस में दलितों के साथ समरसता भोज

कुंभ स्‍नान के बाद शाह का आज बनारस में दलितों के साथ समरसता भोज

भाजपा समाज के सभी वर्गों का समर्थन हासिल करने के लिए तरह तरह के जुगत लगा रही है। उसे लगता है कि सवर्ण उसके साथ हैं। लिहाजा वह पिछड़ी जाति पर अब डोरे डाल रही है। उज्‍जैन में पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह ने दलित साधुओं के साथ कुंभ स्‍नान किया और संतों के साथ भोजन किया।
जाट हिंसा: हरियाणा में जितनी सेना तैनात थी उससे पाक से लड़ाई हो सकती थी

जाट हिंसा: हरियाणा में जितनी सेना तैनात थी उससे पाक से लड़ाई हो सकती थी

हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर गठित की गई कमेटी के अध्‍यक्ष बीएसएफ के पूर्व डायरेक्‍टर जनरल प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में दंगा रोकने में नाकाम राज्‍य प्रशासन के करीब 80 अधिकारियों का नाम शामिल किया है। इनमें पांच आईएएस तथा पांच आईपीएस अधिकारी भी हैं। सेना की मौजूदगी को गंभीरता से लेते हुए कमेटी ने कहा कि पाकिस्‍तान के साथ एक छोटे युद़ध में जितनी सेना लगार्इ्र जा सकती है, उतने जवान हरियाणा में उतार दिए गए थे।
मेनू कार्ड पर जाति और गोमांस

मेनू कार्ड पर जाति और गोमांस

गाय माता ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके दिन कभी बहुरेंगे। बहुरेंगे भी तो ऐसे कि जीते जी उन्हें कुछ भी हो जाए पर मर जाने के बाद उनके चमड़े और मांस पर सियासत होगी। गोमांस फिलफक्त का सबसे बड़ा मुद्दा है।
जनगणना के जातिवार आंकड़ेः सरकार ने टाली अपनी बला

जनगणना के जातिवार आंकड़ेः सरकार ने टाली अपनी बला

जाति आधारित जनगणना के आंकड़े जारी नहीं करने को लेकर उत्पन्न विवाद के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार को नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समूह का गठन किया है। यह समूह जाति के आधार पर आंकड़ों का वर्गीकरण करने के लिए बनाया गया है।
उच्‍च शिक्षा पर एक नया संकट

उच्‍च शिक्षा पर एक नया संकट

उच्च शिक्षा या शिक्षा मात्र विचारहीनता के संकट से गुजर रही है। अभी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सारे केन्द्रीय विश्वविद्यालयों को फरमान जारी किया है कि वे चयन आधारित क्रेडिट व्यवस्था वाले पाठ्यक्रम 2015-16 से लागू करें। यह एक असाधारण आदेश है। विश्वविद्यालयों में क्या पढ़ाया जाएगा, क्या नहीं, यह तय करना आयोग के अधिकार-क्षेत्र से बाहर है। फिर भी, न सिर्फ उसने यह हुक्म जारी किया है, बल्कि अपने वेबसाईट पर उसने अनेक विषयों के पाठ्यक्रम बनाकर लगा भी दिए हैं। विश्वविद्यालयों को कहा गया है कि वे इन्हें तुरंत लागू करें। इनमें बीस प्रतिशत की हेर-फेर करने की छूट उन्हें है। यह अभूतपूर्व है और विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता में सीधा हस्तक्षेप है। मज़ा यह है कि आयोग यह नहीं बता रहा कि आखिर ये पाठ्यक्रम तैयार किन्होंने किए हैं! स्वाभाविक है कि उसके इस कदम का शिक्षकों की ओर से कड़ा विरोध हो रहा है।
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