भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी खुद पुल का जायजा लेने पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान उन्होंने इस पुल का नाम विश्व प्रसिद्ध लोकगायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखने का ऐलान किया। यह पुल देश के दो पूर्वोत्तर राज्यों असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने का काम करेगा।
असम से सटे चीन की सीमा पर सुरक्षा तैयारियों के मद्देनजर ब्रह्मपुत्र नदी पर देश के सबसे लंबे पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल देश की सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए रणनीतिक रूप से भी अहमियत रखता है। इस पुल के निर्माण के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र का लोहा इस्तेमाल किया गया है।
आम आदमी पार्टी में कुमार विश्वास की नाराजगी के बाद निलंबित किए गए विधायक अमानतुल्लाह खान को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें विधानसभा की समितियों में कई अहम पदों पर रखा गया है।
रातो रात बड़े फैसले लेने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में वीआईपी राज को खत्म किया, उन्होंने लालबत्ती संस्कृति को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि बिजली सुधार के लिए कार्यक्रम में तेजी लाएंगे और 15 जून तक यूपी की सभी सड़कें गढ्ढा मुक्त बनाएंगे।
देश के सेवा क्षेत्र में मार्च में लगातार दूसरे महीने वृद्धि दर्ज की गई। अर्थव्यवस्था में गतिविधियां बढ़ने और नये आर्डर मिलने के साथ साथ मुद्रास्फीति दबाव कम रहने से यह वृद्धि दर्ज की गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह परिणाम जारी किया गया है। इससे पहले पीएमआई के विनिर्माण क्षेत्र के सूचकांक में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
दक्षिणी कोलंबिया में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 254 हो गई है। बाढ़ और भूस्खलन के शिकार लोगों की खोजबनी के लिए राहत बचाव कार्य जारी है। इस प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों लोग घायल जबकि 300 से भी अधिक लोग लापता हैं।
क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अहम लम्हों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों की तारीफ की। सचिन ने कहा कि टीम के सफल घरेलू सत्र में बल्लेबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विराट कोहली के खेल में पूरा आत्मविश्वास झलकता है, केएल राहुल के स्ट्रोक में रमणीयता है लेकिन जब धैर्य की बात करते हैं तो चेतेश्वर पुजारा उसका पर्यायवाची है जिसे उन्होंने 13 साल की उम्र से आत्मसात करना सीखा।
भारत ने देश के शहरी इलाकों के कार्यबल में महिलाओं की काफी कम भागीदारी में सुधार की जरूरत बताते कहा कि दुनिया भर में प्रभावी महिला सशक्तिकरण को लेकर अब भी काफी चुनौतियां हैं।