सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पटना में एक कार्यक्रम में शामिल होना था। तेजस्वी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। साथ ही मंच से तेजस्वी की नेम प्लेट को भी हटा लिया गया।
लालू और नीतीश के बीच खींचतान का आलम साफ तौर पर बढ़ता दिखाई दे रहा है। अब बिहार में महागठबंधन के बने रहने पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। एक ओर जहां नीतीश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, वहीं लालू यादव और पार्टी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कुर्सी में आंच नहीं आने देना चाह रहे हैं।
बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच राजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। लालू ने कहा भाजपा के लोग नीतीश कुमार को सपने दिखा रहे हैं।
बेशक जदयू ने राष्ट्रपति के लिए एनडीए समर्थित उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देकर विपक्षी एकता को झटका दिया हो लेकिन उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर नीतिश ने राहुल की बात मान ली है। इस कदम को विपक्ष की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
बीजेपी ने नीतीश कुमार को नोटंकीबाज बताया है।बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार ने आपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए ही तेजस्वी यादव को चार दिन का वक्त देने का ड्रामा किया है।
राजद प्रमुख लालू यादव के ठिकानों पर हुई सीबीआई छापेमारी की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय ने पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दे दी थी। नीतीश को बताया गया था कि सीबीआई उनकी सरकार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आवास समेत कई जगहों पर छापेमारी करेगी।
सीबीआई के शिंकजे में फंसे लालू यादव के ठिकानों पर छापेमारी के बाद राजनीतिक माहौल काफी गर्मा गया है। एक के बाद एक नेता लालू यादव पर अपनी प्रतिक्रिया देने में लगे हुए हैं। वहीं, इस कतार में शामिल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मामले को लेकर बिहार के सीएम पर हमला बोला है।