टीचर भर्ती घोटाले मामले में जेल की सजा काट रहे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सिंह चौटाला आज एक बार फिर चर्चा में बने हुए हैं। यह काम कोई और नहीं बल्कि उनकी पढ़ाई को लेकर है। चौटाला ने जेल में रहते हुए 12वीं की परीक्षा पास कर ली है।
दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए चौतरफा आलोचनाओं का सामना करने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को यह विवादास्पद फैसला वापस लेने को बाध्य होना पड़ा है।
राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के आरोपों के दागी सुरेश कलमाड़ी को आज भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की वार्षिक आम सभा की बैठक में मानद आजीवन अध्यक्ष बनाया गया। एक अन्य दागी अधिकारी अभय सिंह चौटाला को भी आईओए का मानद आजीवन अध्यक्ष बनाया गया है।
राकेश ओम प्रकाश मेहरा थोड़े कनफ्यूज निर्देशक हैं। उनकी फिल्म रंग दे बसंती चली जरूरी थी, मगर उसमें भी बहुत कमियां थीं। भाग मिल्खा भाग तो फ्लाप ही थी। वह खुद ही नहीं समझ पाए थे कि मिल्खा को खिलाड़ी के तौर पर दिखाना है या व्यक्ति के तौर पर। अब आई है उनकी बहु प्रतीक्षित फिल्म मिर्जिया जिसे क्यों देखा जाए यह सोचना कठिन पहेली को सुलझाना है।
उच्चतम न्यायालय ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में दोषसिद्धि एवं दस साल की कैद के खिलाफ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पी. चौटाला की अपील खारिज की। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में उनके बेटे और दस अन्य को भी कोई राहत देने से इनकार किया।