फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रंकोइस होलांद ने देश में आर्थिक आपातकाल की घोषणा की है और कहा है कि अब फ्रांस की अर्थव्यवस्था और सामाजिक मॉडल को नए सिरे से सुधारने का वक्त आ गया है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जब नाग देवी बाजार में नकली पार्ट्स-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों पर छापे मारे तो दिल्ली तक हड़कंप मच गया। दरअसल, एसकेएफ और एफएजी नामक कंपनियों के दिल्ली मुख्यालय में कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि उनके नकली पार्ट्स बाजार में बिक रहे हैं। टैक्ट इंडिया की टीम द्वारा इसकी पुष्टि होने पर मुंबई पुलिस ने नाग देवी बाजार में कई ठिकानों पर छापे मारकर लगभग एक करोड़ रुपये के नकली माल बरामद किए। उल्लेखनीय है कि नाग देवी बाजार देश के मैकेनिकल पार्ट्स की 80 प्रतिशत जरूरतें पूरी करता है।
प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर कानून से उत्पादक राज्यों की तुलना में उपभोक्ता राज्यों को अधिक लाभ मिलेगा और इसके लागू होने से जीडीपी में दो प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है लेकिन संसद के मौजूदा सत्र में यह विधेयक कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों के साथ ही अधर में लटक चुका है।
इस साल मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के खिताब की घोषणा में एक बड़ी चूक हुई। कार्यक्रम के होस्ट ने गलती से मिस कोलंबिया अरियाडना गूटियारेज को मिस यूनिवर्स घोषित कर दिया जबकि असल में यह खिताब मिस फिलिपींस को दिया जाना था। जब तक इस भूल का अहसास हुआ मिस यूनिवर्स का ताज मिस कोलंबिया पहन चुकी थीं। लेकिन बाद में भूल सुधार करते हुए उनके सिर से ताज उतारकर मिस फिलिपींस को मिस यूनिवर्स बनाया गया।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन ने कहा कि अंतर-राज्यीय बिक्री पर एक प्रतिशत का अतिरिक्त कर लगाना वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की भावना के अनुरूप नहीं है और इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए।
निर्भया के साथ दरिंदगी के आरोप में तीन साल की सजा भुगतने के बाद रिहा हो रहे किशोर की सजा बढ़ाने की पुरजोर मांगों के बीच बदायूं स्थित उसके गांव में एक पक्ष उसके गांव में दाखिल होने का विरोध करने की तैयारी में है। इस बीच दोषी की रिहाई को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा कारणों से उसे बाल सुधार गृह से किसी दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है।
अभी तक हर मंच पर देश के आर्थिक विकास के बड़े दावे करने वाली सरकार ने अब आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में बड़ी कटौती की है। इसके लिए अब सरकार देश में कमजोर मानसून का हवाला दे रही है हालांकि हाल तक सरकार ये दावा कर रही थी कि कमजोर मानसून से आर्थिक विकास पर बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ने वाला है।
भारत को छोड़कर उभरते बाजारों को लगातार पांचवें साल वृद्धि में नरमी का सामाना करना पड़ा है और यह दौर पहले के अनुमानों से संभवत: लंबा खिंच रहा है। यह बात विश्व बैंक ने कही है।