योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में हवाई यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने जा रही है, जिसके तहत अगले दो-तीन सालों में प्रयाग अर्धकुम्भ (2019) समेत दूसरे धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
राजस्थान में एक महिला को सरेआम पाइप से पीटने का मामला सामने आया है। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें महिला को गालियां दी गई और उसे लात भी मारी गई। इतना ही नहीं आरोपियों ने महिला से जबरदस्ती धार्मिक नारे भी लगवाए।
स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगने की खबर आ रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें लोग यह नारेबाजी करते दिख रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में आईएसआईएस के समर्थन में नारे लिखे जाने की घटना सामने आई है। डीयू के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की दीवारों पर ये नारे लिखे गए हैं। शिक्षकों और छात्र संगठनों ने इस मामले की जांच की मांग की है।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के करीब 50 समर्थक आजम खान राष्ट्रवादी की अगुवाई में अचानक अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए और जल्द से जल्द राम मंदिर बनवाने की अपील की। मुसलिम समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लोग गुरुवार शाम को अयोध्या पहुंचे और जुलूस की तरह सड़क पर ‘मुसलमानों हक और ईमान के साथ आओ, श्रीराम मंदिर का निर्माण कराओ’ के नारे लगाने लगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने प्रदेश के 100 निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। स्कूलों पर बच्चों को कच्ची उम्र में असहिष्णुता का पाठ पढ़ाने का आरोप है। सौ स्कूलों की इस सूची में पांच राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल भी शामिल हैं। इसमें अधिकतर निजी स्कूल केंद्रीय शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं।
हरियाणा के कुरूक्षेत्र में 6 दिसंबर से प्रथम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे। इस महोत्सव में देश और दुनिया के विभिन्न धर्मगुरू और अन्य हस्तियां भाग लेंगी। इसी दिन कृष्णा सर्किट का भी शिलान्यास होगा जो राज्य में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल है।
विभिन्न धर्मों और पंथों से नाता रखने वाले करीब 25 धार्मिक समूहों के प्रमुखों ने केन्द्र से अनुरोध किया है कि वह गंगा के संरक्षण के लिए नया कानून बनाए। गंगा दुनिया की उन नदियों में शामिल है जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है।
राष्ट्रवाद महज झंडा फहराने, नारे लगाने या भारत माता की जय नहीं बोलने वालों को दंडित करने से साबित नहीं किया जा सकता बल्कि देश की जरूरतों को पूरा करने की बड़ी प्रतिबद्धता ही राष्ट्रवाद है।