सचिन ने 9 सितंबर 1994 को ऑस्ट्र्लिया के खिलाफ 130 गेंदों में 110 रन बनाये। उन्होंने पारी में 8 चौके और 2 छक्के भी जड़े। सचिन ने अपने 23 साल के वनडे करियर में कुल 463 मैच खेले और 18426 रन बनाए।
एकमात्र टी-20 मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 171 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे मेहमान टीम ने चार गेंद शेष रहते हुए तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 375 रन बनाए। इस विशाल स्कोर के सामने श्रीलंकाई टीम सिर्फ 207 रनों पर ऑल आउट हो गई।
इससे पहले बांग्लादेश ने टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ जिंबाब्वे, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड को ही शिकस्त दी थी। टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश से हारने वाला ऑस्ट्रेलिया चौथा देश बन गया।
अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीतने वाले गौरव दूसरे भारतीय मुक्केबाज हैं। उनसे पहले विकास कृष्ण ने 2011 में चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीता था।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।