अपनी तीन दिवसीय ब्रिटेन यात्रा संपन्न कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तुर्की के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री तुर्की में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
इंग्लैंड और तुर्की के पांच दिवसीय दौरे के लिए आज रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन पहुंच गए हैं। ब्रिटेन पहुंचने पर पीएम मोदी का जोरदार स्वागत के साथ विरेध भी हो रहा है। इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई समझौते होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा को लेकर वहां विभिन्न संगठन उनका भारी विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों में आवाज-यूके और कास्ट वॉच-यूके जैसे मानवाधिकार संगठन शामिल हैं जबकि साहित्यकार सलमान रुश्दि, विष्णुप्रिया गुप्ता और नील मुखर्जी जैसी हस्तियों ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को पत्र लिख भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कसते शिकंजे पर यहां के हालात बताए। पत्र में हाल ही में भारत में हिंदू कट्टरपंथियों द्वारा की गई हत्याओं का जिक्र भी किया गया है। लंदन में प्रधानमंत्री का विरोध करने वालों में कश्मीरी और सिख समुदाय के लोग भी शामिल रहे। ट्विटर हैंडल पर हैशटैग #JumlaBhagaLondon , #ModiNotWelcome ट्रेंड करता रहा। कुछ हंसाने वाले जुमले भी तैरते रहे। सोशल मीडिया के मंच पर विरोध करने वालों ने लिखा-
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में चीन और अमेरिका से आने वाले छात्रों के बाद तीसरा स्थान भारतीय छात्रों का है जो ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान कर रहे हैं। एक ताजा रपट में यह जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने कश्मीर को विभाजन के अधूरे एजेंडे का हिस्सा करार देते हुए कहा है कि यदि विश्व बिरादरी क्षेत्र में वास्तविक शांति चाहती है तो उसे लंबे समय से अटके पड़े इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मदद जरूर करनी चाहिए। लंदन स्थित रक्षा और सुरक्षा पर स्वतंत्र थिंक टैंक रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट को संबोधित करते हुए जनरल शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच विवाद की जड़ में कश्मीर है।
भारत को समावेशी वृद्धि और विकास के लिहाज से वैश्विक रैंकिंग में निचले पायदान पर रखा गया है जबकि कारोबारी एवं राजनीतिक आचार-नीति के लिहाज से भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बेहतर स्थिति में है।
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही लंदन स्थित उस तीन मंजिला घर का अधिग्र्रहण करेगी जहां कभी डाॅ. भीमराव अंबेडकर रहते थे। अभी इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं।
सरहद पार से आती है सदा कि सलामत रहे वतन। किसी भी तरह की आतंकवादी वारदात की तपिश कैसे लंदन में सक्रिय संगठनों तक पहुंच रही है, इसका अंदाजा लंदन में सक्रिय बिटिश ऑर्गनाइजेशन फॉर पीपुल ऑफ एशियन ओरिजिन (बोपा) के देवेंद्र प्रसाद से बातचीत में होता है