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मायावती ने  राजस्थान  सरकार और राहुल गांधी पर साधा निशाना

मायावती ने राजस्थान सरकार और राहुल गांधी पर साधा निशाना

राजस्थान में वन विभाग में वनपाल पद हेतु हो रही शारीरिक परीक्षा में महिला उम्मीद्वारों की भी शारीरिक पैमाइश का काम पुरूषों द्वारा कराये जाने की बसपा प्रमुख मायावती ने तीखी आलोचना की है। मायावती ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा इस प्रकार की असंवेदनशीलता अति-निन्दनीय है। भाजपाशासित राज्य पर सवाल उठाते हुए मायावती ने कहा कि क्या यही भाजपा की हिन्दू संस्कृति है जिसे वह आगे बढ़ाना चाहती है। उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी मायावती ने निशाना साधा जो गुरूवार को लखनऊ में आयोजित दलित सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं।
कवर स्‍टोरी: सियासत की धुरी बनती महिला शक्ति

कवर स्‍टोरी: सियासत की धुरी बनती महिला शक्ति

महिलाओं की जिंदगी में सोलहवां साल बहुत ही खास होता है उसी तरह इस सहस्राब्दी का यह सोलहवां साल भी बहुत खास है। सेना से लेकर हर जगह पर महिला सशक्तिकरण की बात हो रही है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक महिला नेत्रियों की ताकत लगातार बढ़ रही है।
गौरक्षा संदेश वाली कलाकृति पर भी हंगामा, वसुंधरा ने जताया खेद

गौरक्षा संदेश वाली कलाकृति पर भी हंगामा, वसुंधरा ने जताया खेद

देश में गोमांस पर छिड़ी बहस के बीच जयपुर में गाय को बचाने का संदेश देने वाली कलाकृति पर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले में पुलिस ने दो कलाकारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर खेद व्यक्त किया है।
मोदी राज को 'हिंदू तालिबान' बताने वाले मूर्तिकार पर वसुंधरा की गाज

मोदी राज को 'हिंदू तालिबान' बताने वाले मूर्तिकार पर वसुंधरा की गाज

वसुंधरा राजे की राजस्थान सरकार ने उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें जयपुर के जवाहर कला केंद्र की गवर्निंग बॉडी में भारतीय मूल के ब्रिटिश मूर्तिकार अनीश कपूर को शामिल किया गया था। कपूर ने हाल ही में मोदी सरकार के शासन को हिंदू तालिबान करार देते हुए ब्रिटिश अखबार में एक लेख लिखा था। दो दिन पहले ही भाजपा शासित राजस्‍थान सरकार ने उन्‍हें बोर्ड में नामित किया था, जिसका भाजपा के भीतर ही काफी विरोध हुआ।
गायें फिर से पशु हो जाना चाहती हैं !

गायें फिर से पशु हो जाना चाहती हैं !

गाय को पवित्र कब से माना गया और क्यों माना गया, यह व्यापक विवाद और विमर्श का विषय है। इस बात पर भी भयंकर मतभेद है कि प्राचीन सभ्यताएं गोमांस को स्वीकृति देती थीं और भारत के आदिकालीन निवासी अपने खान-पान में उसे शामिल करते थे। आर्ष ग्रंथों में आई उन बातों को भी अब कोई नहीं सुनता है कि किसी जमाने में गौमेध यज्ञ भी हुआ करते थे। अब जब गाय को पवित्र मान कर उसे मां का दर्जा दे ही दिया गया है और उसे आस्था की वस्तु बनाकर आलोचना से परे रख दिया गया है तो उस पर बहस की कोई गुंजाईश रही ही कहां है। अब तो ‘वन्दे धेनुमातरम‘ और ‘जय गोमाता‘ कहो, गोकथा कराओ, गोदूध महोत्सव मनाओ, गोशाला चलाओ, गोमंदिर बनाओ, गोकुल धाम निर्मित करो और गोअनुसंधान एवं गोरक्षा के नाम पर तरह-तरह के संगठन और सेनाएं बनाकर जमकर हंगामा मचाओ। आज गाय के नाम पर सब कुछ जायज है क्योंकि गाय हमारी माता है, गाय की रक्षा करना हमारा धर्म है, यह पुण्य का काम है।
सरकारी अनदेखी और गांधीवादी गुरुशरण छाबड़ा की मौत

सरकारी अनदेखी और गांधीवादी गुरुशरण छाबड़ा की मौत

राजस्थान की वसुंधराराजे सरकार ने बुजुर्ग गांधीवादी को दिए वादे को पूरा करने से किया इनकार। शराबबंदी और लोकपाल के लिए गुरुशरण छाबड़ा ने दी जान
वसुंधरा के गढ़ में खिसकती भाजपा की सियासी जमीन

वसुंधरा के गढ़ में खिसकती भाजपा की सियासी जमीन

राजस्थान में स्थानीय निकाय चुनावों में झालावाड़ और धौलपुर जिलो में करारी हार ने सत्तारूढ़ बीजेपी से उत्सव के लम्हें छीन लिए। मध्य प्रदेश की सीमा से सटा झालावाड़ मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह का राजनैतिक कार्य क्षेत्र है तो धौलपुर गृह जिला। झालावाड़ संसदीय क्षेत्र में ही बारां जिले में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है।
निकाय चुनावः भाजपा की जीत लेकिन वसुंधरा का गढ़ ध्वस्त

निकाय चुनावः भाजपा की जीत लेकिन वसुंधरा का गढ़ ध्वस्त

वसुंधरा राजे और ललित मोदी प्रकरण का राजस्‍थान के स्‍थानीय निकाय चुनावों में भाजपा पर सीधा असर तो नहीं पड़ा है मगर लगता है खुद वसुंधरा राजे के क्षेत्र में इसका गहरा असर हुआ है। शायद तभी पूरे राज्य में निकाय चुनाव में सबसे आगे रहने वाली भाजपा वसुंधरा के गढ़ माने जाने वाले धौलपुर, झालावाड़ और बांरा में कांग्रेस से हार गई है।
मोदी के सीने को 5.6 इंच का कर देंगेः राहुल

मोदी के सीने को 5.6 इंच का कर देंगेः राहुल

भूमि विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में शुक्रवार को कहा कि यदि भूमि विधेयक मानसून सत्र के दौरान संसद में आता है तो उनकी पार्टी इसे पारित नहीं होने देगी। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए कहा कि किसान छह महीने में उनके 56 इंच के सीने को 5.6 इंच के सीने में बदल कर रख देंगे और एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे।
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