धर्म या संप्रदाय की स्वनिर्मित अवधारणाओं के आधार पर अस्मिता या राष्ट्रीयता को परिभाषित करने वाली विचारधारात्मक सनक के हाथों भिन्न विचारों और आस्था वाले लोगों के साथ हिंसा और प्रताड़ना के आजादी के बाद से चले आ रहे सिलसिले को देखता हूं तो सोचता हूं, इस देश में कौन सुरक्षित है?
पंजाब के जिला मोगा समेत समस्त मालवा पट्टी में शुरू हुई हिंसा में अभी तक सौ लोग जख्मी हो चुके हैं। सिख जत्थेबंदियों ने कल मालवा बंद का आह्वान किया है। कोटकपूरे के गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला से शुरू हुई हिंसा मालवा के तमाम जिलों फैल चुकी है। गौरतलब है कि लगभग डेढ़ महीने पहले इस गांव के लोगों ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि गांव से सिखों का पवित्र ग्रंथ चोरी हो गया है। इसपर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। विवाद बढ़ते- बढ़ते इस हद तक गया कि उसने हिंसा का रूप ले लिया।
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मुंबई में 17 सितंबर को जैन पर्व के मद्देनजर मांस की बिक्री पर लगे विवादास्पद प्रतिबंध पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी और साथ ही सवाल किया कि केवल मटन और चिकन पर ही प्रतिबंध क्यों, मछली और अंडे पर क्यों नहीं?
अमेरिका में एक बुजुर्ग सिख पर बर्बर हमले का मामला सामने आया है। यह घटना अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमलों की बरसी से कुछ दिन पहले हुई है। हमले में घायल हुए अमेरिकी सिख को हमलावर ने आतंकवादी और बिन लादेन कहकर पुकारा था।
जैन पर्व पर्यूषण के मौके पर मुंबई में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर राजनीति तेज होती जा रही है। आज शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बीएमसी के आदेश का उल्लंघन करते हुए मुंबई के व्यस्त दादर इलाके में स्टॉल लगाकर मांस बिक्री कर रही है।
महाराष्ट्र में जैन समुदाय की उपवास अवधी के दौरान चार दिन तक मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के राज्य सरकार के फैसले पर विवाद खड़ा होता दिख रहा है। राज्य सरकार के इस फैसले का बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। खास बात यह है कि विपक्षी दलों के साथ-साथ सरकार में शामिल भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए इसे तुष्टीकरण और धार्मिक आतंकवाद की संज्ञा दे दी है।
हार्दिक पटेल ने पटेल आरक्षण मुद्दे पर उल्टा दांडी मार्च 13 सितंबर तक टालने का एेलान किया है। यह यात्रा कल से शुरू होने वाली थी लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। हार्दिक ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार अगले रविवार तक इजाजत देने में नाकाम रहती है तब भी वह विरोध कार्यक्रम पर आगे बढ़ेंगे।