बाबूमोशाय बंदूकबाज फिल्म के शीर्षक से यह तो पता चल रहा है कि यह बंदूक की कहानी है। बंदूक होगी तो गोलियां भी होंगी, गोलियां होंगी तो गालियां खुद ब खुद चली आएंगी और खून...वह तो फैलेगा ही।
कोलकाता में पढ़ाई के दिनों में ही बिदिता बाग ने मॉडलिंग शुरू कर दी थी। ढेरों बांग्ला फिल्में कर चुकीं बिदिता हिन्दी में ‘फ्रॉम सिडनी विद लव’ और ‘एक्स-पास्ट इज प्रेजेंट’ में आ चुकी हैं। अब वह ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ में नवाजुद्दीन सिद्दिकी की नायिका बन कर आ रही हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव की तस्वीर वाले बैग भले ही उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हों, लेकिन गुजरात में ये बैग स्कूली बच्चों को बांटे जा रहे हैं। गुजरात सरकार की तरफ स्कूली बच्चों को बांटे गए इन बैग्स पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी मिली है।
एकाएक बड़े फैसले लेने वाली उत्तर प्रदेश की योगी ने सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शनिवार को 'नो बैग डे' करने का फैसला किया है। इस दिन सिर्फ ज्वॉयफुल एक्टिसविटी ही होंगी। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला किया। ो
देश के छोटे बड़े शहरों में भारी-भरकम स्कूल बैग, टिफिन बॉक्स तथा पानी की बोतल लेकर झुकी कमर और तिरछी चाल चलते मासूम स्कूल आते जाते दिख जाएंगे। इन मासूमों से स्कूली बस्ते सहजता से उठते भी नहीं, लेकिन वे स्कूल बैग ढोने के लिए मजबूर हैं। बच्चे अपने वजन का 35 प्रतिशत बोझ बस्ते के रूप में रोजाना पीठ पर ढोते हैं।
वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों की 32वीं बरसी पर राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनिल देव सिंह ने कहा है कि कर्तव्य की उपेक्षा करने वाले और दंगाइयों पर आंखें बंद कर लेने वाले सरकारी अधिकारियों को हिंसा में सहायता करने वाला घोषित किया जाना चाहिए।
देश के सामाजिक ताने-बाने को हमेशा के लिए बदल कर रख देने वाले 1984 के सिख विरोधी दंगों की रोंगटे खड़े करने वाली दास्तां को कहानियों के रूप में एक नई किताब में पेश किया गया है।
पंजाब चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अपना दांव खेल दिया है। सिख वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस ने रणनीति तैयार की है। जिसके तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर 1984 सिख विरोधी दंगे में माफी मांगने को तैयार हैं।