भीषण तूफान की चेतावनी के बाद मैक्सिको में हुए भूस्खलन में कम से कम 38 लोगोंं की मौत हो गई है। सरकार ने कहा कि मैक्सिको के मध्य पेबला राज्य में भूस्खलन के कारण कई घर जमीदोंज हो गए। जिस वजह से 28 लोग मारे गए हैं। इनमें से कम से कम 15 लोग नाबालिग हैं।
मॉनसून ने बुधवार को केरल में मूसलाधार बारिश के साथ दस्तक दी। भारी बारिश के चलते भूस्खलन से इडुक्की जिले में एक शख्स की मौत हो गई। यहां भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय केन्द्र के प्रमुख के. संतोष ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल और लक्षद्वीप में आ गया है।
श्रीलंका में मूसलाधार बारिश के बाद आई भयंकर बाढ़ एवं भूस्खलनों के कारण कम से कम 71 लोगों की मौत हो गई तथा 127 अन्य लापता हैं। देश में पिछले 25 साल में पहली बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई तथा ऐसे में प्रभावित लोगों के लिए मदद भी पहुंच रही है।
सियाचिन ग्लेशियर में भूस्खलन के कारण फंसे सभी दस जवान मृत पाए गए हैं। इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. हुड्डा ने कहा, ‘यह बहुत दुखद घटना है और हम विपरीत परिस्थितियों में अपनी सीमाओं की रक्षा कर रहे अपने बहादुर जवानों को सलाम करते हैं जिन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन की आहुति दी है।’ इनमें एक जूनियर कमीशन अधिकारी और सेना के 19 मद्रास बटालियन के नौ जवान शामिल थे।
उत्तरी म्यांमार में पन्ने की एक खदान के समीप भूस्खलन होने से कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। मलबे में और भी लोगों के दबे होने की आशंका है। ज्यादातर लोगों की मौत कचरे के पहाड़ में दबने से हुई है जो खनन कंपनियों ने पन्ना निकालने के लिए जमीन खोदने से बना था।
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण एेतिहासिक मणिकरन साहिब गुरूद्वारे से लगी एक इमारत के गिरने से 8 लोग मारे गए और कई घायल हैं। घटना मंगलवार दोपहर को हुई।
पश्चिम बंगाल में पहाड़ों की रानी के नाम से मशहूर पर्यटन केंद्र दार्जिलिंग में तेजी से होने वाले अनियंत्रित निर्माण ने पूरे शहर के अस्तित्व को ही खतरे में डाल दिया है। यह पूरा शहर अब ऐसी खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है जहां भूकंप का एक हल्का झटका भी इसे मलबे में बदल सकता है।
भूकंप ने नेपाल की अर्थव्यवस्था की रीढ़ समझे जाने वाले एवरेस्ट की कमर पर चोट की। ठीक एक साल बाद एवरेस्ट को फिर से आपदा ने घेरा। पिछली बार की ही तरह इस बार भी एवरेस्ट की चढ़ाई के चरम सीजन के दौरान आई आपदा दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को गिरफ्त में लेने वाली अब तक की सबसे भयानक आपदा हो गई है।