संस्थापक पं. जगतराम आर्य की जयंती/स्थापना-दिवस पर हुई किताबघर प्रकाशन की संगोष्ठी में वक्ताओं ने अपना देश और मीडिया विषय पर जोरदार बहस की। ‘सवाल’ को ले कर ‘हल्का बवाल’ भी हुआ। पांडुलिपि पर दिया जाने वाला आर्य स्मृति सम्मान इस बार नहीं दिया जा सका।
लखनऊ में 5 नवंबर को समाजवादी पार्टी के 25वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हिस्सा नहीं लेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्वयं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार की रात नीतीश कुमार को फोन किया था।
‘सांस्कृतिक रूप से समृद्ध एवं समर्थ प्रदेश में बेटियां कोख में ही मारी जाएं, यह सोंच कर शर्मिंदगी महसूस होती है। प्रदेश के बुजुर्गों को संकल्प लेना चाहिए कि वे बोटियाें को कोख में मरने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूग्राम के ताउ देवीलाल स्टेडियम में हरियाणा स्वर्ण जयंती पर आयोजित रंगारंग समारोह के दौरान जब यह बातें कहीं तो वहां मौजूद तमाम खास-ओ-आम एक पल के लिए शर्मसार हुए बिना नहीं रहा।
19 जून 1966 को बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थापना की थी। उन्होंने उस वक्त वादा किया था कि दल का उद़देश्य 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 फीसदी राजनीति करना होगा। लेकिन शिवसेना की उधेड़बुन की राजनीति से यह आभास हो रहा है कि शिवसेना ने स्थापना के अपने स्लोगन को लगभग भुला दिया है। गठन के बाद से ही शिवसेना ने खुद को 100 फीसदी राजनीतिक पार्टी के तौर पर स्थापित किया है।
पिछले कुछ समय से मीडिया में ऐसी खबरें चल रही थीं कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और केंद्र सरकार के बीच सबकुछ ठीक नहीं है और सरकार नीतिगत दरों में अपेक्षा अनुरूप कटौती नहीं होने के कारण राजन से नाराज है जबकि राजन रिजर्व बैंक की स्वायत्ता में सरकार के हस्तक्षेप के कारण खिन्न हैं।