अर्जेंटिना सरकार के सहयोग से रवीन्द्र नाथ टैगोर पर बन रही है। इस फिल्म में रवीन्द्र नाथ टैगोर और अर्जेंटिना की प्रसिद्ध लेखिका विक्टोरिया के बीच पत्राचार और उनकी यात्रा की कहानी है। सूरज कुमार भारत के निर्माता की हैसियत से इस फिल्म से जुड़ रहे हैं।
दिलवाले सच में दिलवालों की फिल्म है। इतना झेलने के लिए बड़ा दिल चाहिए। काली बनाम राज (शाहरूख खान) और राज बनाम काली के बीच चलती इस फिल्म में मीरा (काजोल), वीर (वरुण धवन) और इशिता (श्रुति सेनन) हैं। गोवा में फिल्म शुरू होकर बुल्गारिया में फ्लैश बैक में पहुंच जाती है। फिर गोवा और हैप्पी एंडिंग।
बाजीराव मस्तानी के बारे में संजय लीला भंसाली ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था, यह मेरी फिल्म नहीं, तपस्या है। फिल्म के भव्य सेट्स, कॉस्ट्यूम पर की गई मेहनत, युद्ध के दृश्य दिखाने के लिए किए गए इस्तेमाल किए गए एरियल शॉट्स और कलाकारों का सही चयन। वाकई यह दिखाता है कि भंसाली ब्लैक, देवदास, गोलियों की रासलीला रामलीला से कहीं आगे निकल आए हैं।
सोशल मीडिया की बहसें कहीं भी होने वाली बहसों से तेज और धारदार होती हैं। बोर्ड रूम में महिला कर्मचारी की मौजूदगी और इस मौजूदगी में भी यदि महिला गर्भवती है तो यह बहस कई बहसों को जन्म दे सकती है।
इम्तियाज अली की नई फिल्म की सामग्री
. बेसिक आइडिया थ्री इडियट
. कुछ सीन जवानी दीवानी
. सजावट के लिए रब ने बना दी जोड़ी के कुछ कतरे।
अब थ्री इडियट के आइडिए को पहले फैला लें। जवानी दीवानी के सीन उसमें डालें और खिचड़ी पका कर रब ने बना दी जोड़ी से सजा कर दर्शकों के सामने परोस दें।
नोट – खिचड़ी के स्वाद की चिंता न करें क्योंकि बहुत से फुर्सतिए हैं जो सप्ताहंत में टिकट के पैसे खर्च करेंगे, बहुत से जोड़े हैं जो कहां बैठे की समस्या हल करने को थिएटर चले आएंगे।
ईद, दिवाली के बाद बॉलीवुड अपना सबसे बड़ा दांव साल के आखिर में खेलता है। ईद पर बजरंगी भाई जान और दिवाली पर प्रेम ने अपना कब्जा जमाए रखा। दोनों ही मौकों पर बॉक्स ऑफिस पर भरपूर सिक्के बरसते हैं।
जेम बॉन्ड नई फिल्म स्पेक्टर का शाब्दिक अर्थ पिशाच है। लेकिन स्पेक्टर नाम के इस नए मिशन का पूरा मतलब है, Special Executive for Counter-intelligence, Terrorism, Revenge and Extortion. बॉन्ड अपनी स्टाइल में इस खास मिशन को पूरा करते हैं।