सियासी दुनिया की हलचल
सुशांत की मौत चाहे जिस वजह से हुई हो, वह बेहद दुखद है मगर उसके बाद का घटनाक्रम भी कम दुर्भाग्यपूर्ण नहीं।
संगठन में सुधार के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं पर गांधी परिवार की भौंहें तनीं मगर कांग्रेस में जान फूंकने की चुनौती भारी
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह की रहस्यमय मौत की रिपोर्टिंग में टीवी चैनल जूरी, जासूस, जांचकर्ता, इंसाफ देने वाला और जल्लाद सब एक साथ बन बैठे तो पत्रकारिता मानो हांफने लगी
बात 1994 की है, जब इसरो जासूसी केस शुरू हुआ था।
मेरा मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत पर की जा रही टेलीविजन पत्रकारिता काफी तुच्छ, बेसिर-पैर और खतरनाक स्तर पर हो रही है।
बिजनेस के तौर-तरीकों ने जनता के बीच मीडिया की साख पर सवाल खड़े किए
मीडिया नियमन प्राधिकरण के पास बिजनेस और संपादकीय सामग्री दोनों के नियमन का अधिकार हो
ग्लैमर की दुनिया की खबरें
वरिष्ठ अधिवक्ता को दोषी ठहराने और नाममात्र की सजा सुनाने से उभरे कई नए सवाल
इस साल मार्च में कोरोनावायरस के चलते अप्रत्याशित लॉकडाउन से कॉलेज-विश्वविद्यालयों में पढ़ाई रुकी, तो छात्रों और शिक्षकों की तो जैसे दुनिया ही बदल गई।
दो दशकों में देश में मोरों की संख्या बढ़ी, लेकिन इनसे फसलों को काफी नुकसान
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद जिस तरह टेलीविजन चैनलों पर इसकी रिपोर्टिंग हो रही है, उससे तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं।
भारत भर से आई पाठकों की प्रतिक्रियाएं
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आउटलुक-आइ-केयर प्रोफेशनल कॉलेज रैंकिंग 2020 में 14 विषयों की फेहरिस्त तैयार की है
प्रणब मुखर्जी एकमात्र राजनीतिक थे जो वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री तीनों पदों पर रहे।