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मैगज़ीन डिटेल

शहरनामा/नैनीताल

झीलों से घिरा यह शहर पर्यटकों का पसंदीदा शहर

कश्मीर: सुनवाई से उपजती उम्मीद

अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट में रोज हो रही सुनवाई के बीच वजूद की लड़ाई लड़ते स्थानीय दल और बदलती फिजा

हरियाणा/नूंह हिंसा: सतह के नीचे लगातार सुलगता मेवात

नूंह में दंगे के बाद मुखर नफरती सुर और हरियाणा पर मंडराते सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के बादल

राजस्थान: सब बाजार पर नहीं छोड़ सकते: गहलोत

सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की अपनी शृंखला में राजस्थान ने एक और अहम कड़ी जोड़ ली है, लेकिन सवाल है कि चुनावी साल में मतदाता को मिलने वाला लाभ वोट में तब्दील हो पाएगा?

आवरण कथा/सितारे हटके: अपने जैसे लगते नायक

जब छोटे शहरों से निर्देशक और लेखक मुंबई पहुंचे, तो उनके साथ ग्रामीण भारत और कस्बों की कहानियां भी मुंबई पहुंचीं। अभिनेताओं को अवसर मिले, उन्होंने काबिलियत साबित की

आवरण कथा/महिला कलाकार: आधी आबादी भी कम नहीं

जिस तरह महिलाओं ने समाज के अन्य क्षेत्रों में अपनी भागीदारी बढ़ाई है, उसी तरह हिंदी सिनेमा जगत में भी उन्होंने अपना परचम लहराया

आवरण कथा/इंटरव्यू/संजय मिश्रा: ‘मेरे खून के हर कतरे में अभिनय है’

मेरे लिए महत्वपूर्ण यह था कि मैं सिनेमा के जादू को हर दिन जीता रहूं

आवरण कथा/इंटरव्यू/गजराज राव: ‘फिल्मी दुनिया में कोई किसी का दोस्त नहीं है’

कलाकार की मेहनत उचित मंच तक पहुंच जाती है तो कलाकार को आनंद आता है

आवरण कथा/इंटरव्यू/बृजेंद्र काला: ‘मैं कभी नर्वस नहीं होता’

आज फिल्म की कहानियों में विविधता आई है। किसी फिल्म का मुख्य किरदार ग्रामीण आदिवासी, किसान है तो उसका रंग रूप, कद काठी, भाषा किसी रोमांटिक म्यूजिकल फिल्म के हीरो जैसी नहीं हो सकती

आवरण कथा/इंटरव्यू/कुमुद मिश्रा: ‘प्रतिभा को प्रस्तुति में बदल पाना सच्चा संघर्ष’

मैं बहुत ही कृतज्ञ और संतुष्ट महसूस करता हूं। मुझे प्रसन्नता है कि मैं सार्थक फिल्मों का हिस्सा बन सका।

पुस्तक समीक्षा: ग्राम समाज की माटी की सुगंध

पुस्तक के कई वाक्य एकदम से नागार्जुन और रेणु याद दिलाते हैं

प्रथम दृष्टि: नए मीडिया का सच

नए, बेसब्र मीडिया की लोकप्रियता की वजह यह है कि यह कमाई का नायाब जरिया भी बन गया है। भरपूर पैसे और शोहरत मिलने से हजारों ने उसकी ओर रुख किया है, लेकिन सबसे पहले दिखने-सुनने की आपधापी में सच्चाई पीछे छूट जाती है

संपादक के नाम पत्र

भारत भर से आई पाठको की चिट्ठियां

स्मृति: एक ‘भाव विप्लवी’का अवसान

गदर को आम तौर से नक्सल धारा के गायक और कवि के रूप में पहचाना जाता है

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