Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

उत्तर प्रदेश: अयोध्या बनी आकर्षण का केंद्र

देश में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में राम मंदिर साबित हो रहा है अहम स्थल, धार्मिक स्थलों पर सुविधाओं में इजाफा भी मददगार

मध्य प्रदेशः चुनौतियां नई

पहले सूची जारी कर भाजपा ने ली बढ़त लेकिन कांग्रेस से आए प्रत्याशियों की चुनौती

छत्तीसगढ़ः राहें आसान नहीं

भाजपा के लिए जांजगीर, कांकेर और राजनंदगांव लोकसभा सीटें कठिन तो कांग्रेस के लिए रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, सरगुजा और बस्तर बड़ी चुनौती

पंजाबः सेलेब्रिटी की खोज

पहली सूची के अपने उम्मीदवारों में कई के इनकार और संन्यास के ऐलान के बाद पंजाब में भाजपा की राह आसान नहीं

लद्दाखः आखिर क्यों है अनसुनी पुकार

लेह और करगिल के राजनीतिक समूहों की अपनी मांगों पर केंद्र से वार्ता कामयाब होती नहीं दिख रही

झारखंडः सहानुभूति की कल्पना

झामुमो के 51वें स्थापना दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी ने बढ़ाया सियासी कदम

हरियाणा: नायब माथे चुनावी दांव

जजपा से गठबंधन टूटा, खट्टर की छुट्टी, आम चुनाव के मद्देनजर ओबीसी नायब सैनी को गद्दी

आवरण कथा/बॉलीवुडः तूफानी वापसी

कोविड महामारी के बाद दर्शक थिएटरों में लौटे तो रोमांस, मारधाड़, ऐक्शन का मसाला और बड़े सितारों का जलवा लुभाने लगा, जवान, एनिमल, पठान और गदर 2 की कामयाबी क्या बताती है, क्या कंटेंट प्रधान फिल्मों का दौर फिर पिछड़ गया

आवरण कथा/स्टार सिस्टमः बादशाहत बहाल

बॉक्स ऑफिस पर एक्शन अवतार में उतरे पचास पार के शाहरुख ने दर्शकों का दिल फिर जीता, क्या कायम रह पाएगा यह जादू

आवरण कथा/ पटकथाः कंटेंट इज नॉट किंग

भारतीय दर्शकों को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है, कथानक को सराहने वाले दर्शकों ने स्टारडम को फिर गले लगाया

क्रिकेटः पहली बार में ही कमाल

अनुभव की जगह युवा ताकत को तरजीह मिली, तो युवा खिलाड़ियों ने भी खरा उतर कर दिखाया

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

विमर्श: बुश्नेल, नवलनी और शाशा की कतार में

तानाशाह निजामों के खिलाफ अकेले मनुष्य के साहस और बलिदान के ताजा प्रसंग

गरीबी/नजरिया: ये अनुमान अटकलबाजी जैसे

पारिवारिक उपभोग व्यय के आंकड़े अभी अधूरे, गरीबी में कमी के सरकारी दावे ठोस निष्कर्ष नहीं

गरीबी/इंटरव्यू/ प्रो. अरुण कुमार: ‘यह चुनावी प्रचार के लिए ज्यादा लगता है’

सरकार ने मल्टी डायमेंशनल पावर्टी के नए पैमाने और हाल में जारी कंजप्शन सर्वे के आधार पर बताया कि करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से ऊपर उठ गए हैं और देश में गरीब सिर्फ 5 प्रतिशत के आसपास बच गए हैं

प्रथम दृष्टि: सिनेमा के दो रूप

भारतीय दर्शकों को बड़े सितारों की मसाला फिल्मों से परहेज नहीं है। कंटेंट-प्रधान फिल्मों की चुनौतियां अब भी बरकरार हैं। इसके बावजूद कलात्मक फिल्म बनाने वालों के हौसले पस्त नहीं होते। अच्छी फिल्मों के लिए उम्मीद जगाने के लिए यही काफी

पत्र संपादक के नाम

पाठको की चिट्ठियां

शहरनामा: बेगूसराय

थोड़ा विख्यात, थोड़ा कुख्यात शहर

Advertisement
Advertisement
Advertisement