जिस देश में क्रिकेट का नशा धर्म से कम नहीं है, वहां के दो आला खिलाड़ियों का तुरंता फॉर्मेट टी-20 से संन्यास ले लेना खेलप्रेमियों के लिए सदमे से कम नहीं, सबके मन में एक ही सवाल- कौन थामेगा जिम्मेदारी?
अपनी फिल्मों, कॉलमों, साक्षात्कारों और कपड़े पहनने के तरीके से रितुपर्णो घोष अपनी वास्तविक पहचान जाहिर करने से बहुत पहले क्वीर समुदाय के गौरव प्रतीक बन गए थे
जिस पुल के बनने का इंतजार वहां की जनता ने सालोसाल किया हो, वह एक झटके में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाए तो यह गंभीर बात है। यह सिर्फ लोगों की समस्या का सवाल नहीं है, यह सरकारों की विश्वसनीयता का भी सवाल है