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मैगज़ीन डिटेल

सियासत की इफ्तार पार्टी

राजनीतिक जोड़-तोड़ की नई कोशिश: नीतीश और लालू के साथ ही सुशील मोदी के मंच पर भी मांझी

सरकार बहाल, पर चुनौतियां बरकरार

अरुणाचल में कांग्रेस का इम्तिहान लेंगे बदले राजनीतिक समीकरण

हिंसा की चपेट में घाटी

बुरहान वानी की मौत से बिगड़ गए कश्मीर के हालात, हिंसक घटनाओं में 32 से अधिक मौतें, सैकड़ों घायल

दही-चूड़ा

साहित्य के नवोदित परंतु सशक्त हस्ताक्षर। सभी चर्चित पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां प्रकाशित। पत्रकारिता के लिए अनिल सिन्हा स्मृति पुरस्कार। संपर्कः 09953084573

फोन टेपिंग, जासूसी और वित्तीय घोटालों के खतरे

प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी सेक्टर में 100 फीसद एफडीआई के प्रस्ताव का राजनीतिक हलकों समेत चहुंओर विरोध

पूर्वांचल बनेगा सियासी मुद्दा

भाजपा, बसपा चाहती हैं, हो छोटे राज्यों का गठन लेकिन सपा का है विरोध, स्थानीय स्तर पर बढ़ रही है मांग

ई कैफे: नई सोच और नई ऊर्जा

छह महाद्वीपों, 26 देशों और 108 शहरों में मजबूत उपस्थिति

‘मोदी को नहीं आने दूंगा’

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। जदयू का प्रदेश में भले ही जनाधार कम हो लेकिन सक्रियता बढ़ गई है। जदयू किसके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगा यह तो अभी तय नहीं है लेकिन चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है। जदयू के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद यादव से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश:

‘उन्माद और लूटतंत्र के खिलाफ हमारा हाथ’

उत्तर प्रदेश की कमान 64 वर्षीय मंजे हुए राजनेता और पांच बार फिल्मफेयर अवार्ड जीत चुके अभिनेता राज बब्बर को सौंपकर कांग्रेस ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद पर मुहर लगा दी है। सांप्रदायिक उन्माद से टकराने के लिए अपने तीखे तेवर के लिए जाने जाने वाले राज बब्बर अपने पुराने फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं, वे भाजपा अध्यक्ष को तड़ीपार, जिलाबदर, प्रदेश को जलाने वाले के तौर पर चिह्नित करते हैं। अपने प्रदेश को जलाने-बांटने और लूटने वालों के खिलाफ एक मुकम्मल लड़ाई चलाने, प्रदेश में सरकार बनाने का उनका दावा जमीन पर कितना असर करेगा और कांग्रेस का ‘हाथ’ कितना मजबूत होगा, इसे परखने में अभी समय है लेकिन यह तो है ही कि अब कांग्रेस के पास प्रदेश में एक ऐसा चेहरा है, जिसे लोग पहचानते हैं। आउटलुक की ब्यूरो प्रमुख ने उनसे बातचीत की, पेश हैं प्रमुख अंश:

राज्यसभा नाकारा कतई नहीं

वर्तमान संसद के सबसे वरिष्ठ नेता डॉ. कर्ण सिंह ने हाल में राज्यसभा की नामजद सदस्यता से इनकार करने वाले डॉ. प्रणव पंड्या से मध्य प्रदेश फाउंडेशन के अजय मुश्रान स्मृति व्याख्यान के कार्यफ्म में कहा कि ‘आपका त्याग सम्मानजनक है लेकिन वास्तव में राज्यसभा इतनी खराब और नाकारा भी नहीं है।

कमाई के दंगल में कहा हैं असली सुल्तान

मैट तक पहुंची पहलवानी से कुश्ती का ककहरा सिखाने वाले मिट्टी के अखाड़ों को मिल रही तगड़ी चुनौती

स्मार्ट सिटी और सपनों का सौदा

मकबूल अभिनेत्री हेमा मालिनी की पहली फिल्म थी सपनों का सौदागर। 1968 में रुपहले पर्दे पर दिखी इस फिल्म के नायक राज कपूर का लोकप्रिय संवाद था-मैं सपनों का सौदागर हूं, जी मैं सपने बेचता हूं। 60 के दशक के लोकतांत्रिक भारत के लोगों को तब हैरत में रहते हुए खुद से यह पूछना पड़ता था कि क्या सपने यकीनन बिकते हैं? अब ऐसा नहीं है। अब मायानगरी से लेकर देश की सरकार तक सपने बेचा करती है। बेधड़क और तामझाम के साथ।

माकपा में यह क्या हो रहा है?

पार्टी की राजनीतिक-कार्यनीतिक लाइन के मद्देनजर जगमती सांगवान प्रकरण को गंभीरता से लेने की जरूरत है

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