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Search Result : "अक्षय तृतीया"

सम्प्रति वार्ताः श्रूयन्ताम्!

सम्प्रति वार्ताः श्रूयन्ताम्!

दूरदर्शन द्वारा संस्कृत-समाचार प्रसारण की अवधि बढ़ाने के निर्णय पर कोई खास आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि संस्कृत मोदी सरकार के एजेंडे में है। इस निर्णय का निहितार्थ भी आसानी से समझ में आने वाला है, इसलिए इस पर सवाल भी उठेंगे ही। इस ऐलान के बाद लोगों के जेहन में सबसे पहला सवाल तो यह है कि संस्कृत में न्यूज बुलेटिनों और समाचार-चर्चा के कार्यक्रमों का दर्शक या श्रोता वर्ग कौन है? दूसरा सवाल यह है कि देश में कितने लोग ऐसे होंगे जो वास्तव में संस्कृत माध्यमों से इन कार्यक्रमों की बाट जोह रहे हैं? ये महज शोशा है या इसकी कोई ठोस जरूरत है?
समीक्षा गब्बर इज बैक

समीक्षा गब्बर इज बैक

अब तो कालिया को पूछना पड़ेगा, ‘तेरा क्या होगा गब्बर?’ पूरी फिल्म देखते हुए लगता है हीरो का नाम गब्बर सिर्फ इसलिए है कि शोले के कुछ कालजयी संवादों को दोबारा कहा जा सके। यह अलग बात है कि यहां गब्बर खलनायक नहीं नायक है
‘फिल्म के पैसे मैं क्यों दान दूं’: अक्षय

‘फिल्म के पैसे मैं क्यों दान दूं’: अक्षय

‘गब्बर इज बैक’ का दर्शकों के साथ अक्षय को भी बेसब्री से इंतजार है। अक्षय की प्रतिष्ठा इस फिल्म के साथ जुड़ी हुई है। फिल्म के प्रदर्शन से पहले इससे जुड़ी खबरें तरह-तरह से सामने आती हैं
अक्षय के साथ निमरत कौर

अक्षय के साथ निमरत कौर

अलग तरह की फिल्मों में काम करने के बाद अक्सर कलाकारों को काम का टोटा हो जाता है। लगभग सभी निर्माता-निर्देशक उन्हें उसी भूमिका में बांधना चाहते हैं जैसी भूमिका वह पहली फिल्म में कर चुके हैं। इस मामले में निमरत कौर भाग्यशाली हैं कि लंचबॉक्स फिल्म में एक सीधी-सादी गृहिणी की भूमिका निभाने के बाद भी वह अक्षय के साथ ग्लैमरस रोल में नजर आएंगी
अक्षय तृतीया के पार है बाल विवाह का क्षय

अक्षय तृतीया के पार है बाल विवाह का क्षय

21 अप्रैल को आखा तीज यानी अक्षय तृतीया का अबूझ सावां बीत गया। अबूझ सावां मतलब हिंदु विवाह का सर्वव्यापी शुभ लग्न। कहते हैं, इस दिन विवाह के लिए मुहर्त निकालने या जन्मकुंडली मिलान की जरूरत नहीं पड़ती। अक्षय तृतीया को आरंभ विवाह का शुभ काल पीपल पून्यो यानी पीपल पूर्णिमा तक 12 दिन रहता है।
जे.बी. पटनायक नहीं रहे

जे.बी. पटनायक नहीं रहे

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं असम के पूर्व राज्यपाल जानकी बल्लभ पटनायक का दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार सुबह एक अस्पताल में निधन हो गया है। इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने तिरूमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
अॉस्कर लाइब्रेरी में बेबी

अॉस्कर लाइब्रेरी में बेबी

अक्षय कुमार की फिल्म 'बेबी' का नाम भले ही बेबी हो पर इस फिल्म ने बड़ा काम कर लिया है। दर्शकों का दिल जीतने के बाद अब इस फिल्म के खाते में एक और बड़ी खबर जुड़ गई है। बेबी फिल्म के स्क्रीनप्ले को अमेरिका में ऑस्कर की लाइब्रेरी के लिए चुना गया है।
गजब खड़की कुंडी

गजब खड़की कुंडी

आने वाली फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ में चित्रांगदा सिंह का एक आइटम सांग है। फिल्मी दुनिया में यह बहुत ही बोल्ड ढंग से फिल्माया गया गाना है जिसके लिए चित्रांगदा ने भी सारी हदें तोड़ दी हैं। अब देखना यह है कि ‘राजा कुंडी न खड़काओ’ के लिए उनके कितने प्रशंसक अपने दिल के दरवाजे पर यह दस्तक महसूस करते हैं।
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