सीपीआई नेता बृंदा करात ने आर्मी चीफ को नियंत्रण में रहने की सलाह देते हुए कहा है कि भारत के आर्मी चीफ को इस तरह की बयानबाजी शोभा नहीं देती, उन्हें इससे बचना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर जैसे तनावग्रस्त इलाकों में महिला प्रदर्शनकारियों से लड़ने के लिए भारतीय सेना जल्द ही महिला सैनिकों की तैनाती करेगा। इस खबर की पुष्टि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज देहरादून में पासिंग ऑउट परेड में की। उन्होंने कहा कि सैन्य पुलिस में अब महिलाओं की भी भर्ती शुरू की जाएगी।
सहारनपुर में दलितों को मुआवजा दिलाने के लिए चर्चा में आए भीम आर्मी के संस्थापक को हिमाचल से गिरफ्तार कर यूपी लाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंद्रशेखर उर्फ रावण को तक पहुंचने के लिए पुलिस ने उसकी कथित गर्लफ्रेंड को हथियार बनाया है।
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि आर्मी में महिलाओं को लड़ाकू भूमिका की इजाजत देने की प्रॉसेस तेज की जा रही है। इसके बाद महिलाएं भी पुरुषों के साथ मिलकर दुश्मनों से मुकाबला कर सकेंगी। हालांकि शुरुआत में उन्हें मिलिट्री पुलिस के पदों पर अप्वाइंट किया जाएगा। आर्मी के इस निर्णय को काफी अहम कदम माना जा रहा है।
कश्मीर की मुश्किलों पर बात करते हुए आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि पत्थरबाजों को पत्थर की जगह गोलियां चलानी चाहिए। उन्होंने कहा, “सच्चाई तो ये है कि इन लोगों (पत्थरबाजों) को हम पर पत्थर फेंकने की जगह फायरिंग करनी चाहिए। तब मुझे ज्यादा खुशी होगी। क्योंकि, तब मैं वो कर पाउंगा जो करना चाहता हूं।”
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ‘भीम आर्मी’ पर बयान दिया है। सहारनुपर में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए ‘भीम आर्मी’ को बसपा के साथ जोड़कर देखे जाने का मायावती ने खंडन किया है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दलिताेें के साथ हिंसा और उनके घर जलाए जाने को लेकर राजनीति गरमा गई है। शब्बीरपुर गांव के पीड़ित परिवारों से मिलने कल बसपा प्रमुख मायावती सहारनपुर जाएंगी। कल तक भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर भी पुलिस के सामने सरेंडर कर सकते हैं।
एक मई को दो भारतीय जवानों के साथ हुई बर्बरता के बाद खबर आई कि भारतीय सेना ने सात पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया है। कई खबरों में तो 10 जवानों को मारने की बात कही गई थी, जिसकी पुष्टि भारतीय सेना ने भी नहीं की। इस तरह के झूठ और अर्धसत्य प्रचारित कर मीडिया किससे बदला ले रहा है? आर्मी से पहले मीडिया खुद पाकिस्तान से बदला लेने पर उतारू है।
न्यायिक अवमानना के आरोपों का सामना कर रहे कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सीएस कर्णन ने सोमवार को भारत के प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर और उच्चतम न्यायालय के सात अन्य न्यायाधीशों को पांच साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।