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गाजीपुर में मोदी का विरोधियों पर पलटवार, कालाधन वाले ले रहे हैं नींद की गोलियां

गाजीपुर में मोदी का विरोधियों पर पलटवार, कालाधन वाले ले रहे हैं नींद की गोलियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 500 और हजार रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने को लेकर अपनी सरकार पर हमलावर हुए विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि ईमानदारी के महायज्ञ से तकलीफजदा इस पार्टी ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी की गद्दी बचाने के लिये आपातकाल लगाकर देश को जेलखाना बना दिया था। अपने फैसले को कड़क चाय की तरह बताते हुए पीएम ने कहा कि कालाधन रखने वाले नींद की गोलियां ले रहे हैं।
ओबामा ने कहा, राष्ट्रपति बनने के लिए ट्रंप में बुनियादी ईमानदारी नहीं है

ओबामा ने कहा, राष्ट्रपति बनने के लिए ट्रंप में बुनियादी ईमानदारी नहीं है

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप की तीखी निंदा की है और कहा है कि ट्रंप का वह मिजाज, जानकारी या बुनियादी ईमानदारी नहीं है जो राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी होती है।
दीवानों, सेना का नाम बदनाम न करो

दीवानों, सेना का नाम बदनाम न करो

मिस्टर केजरीवाल, कमांडर (पूर्व शिव सैनिक) निरूपम, ऐक्टर ओम पुरी एंड अदर्स, कृपया राजनीति और मीडिया रेटिंग के लिए भारतीय सेना का नाम बदनाम न करो। भारतीय सेना की असली शक्ति उसकी ईमानदारी, राष्ट्रभक्ति और सत्य निष्ठा है।
ईमानदारी का मिला ईनाम, एयर इंडिया ने सुरक्षाकर्मी को दिया आउट ऑफ टर्न प्रमोशन

ईमानदारी का मिला ईनाम, एयर इंडिया ने सुरक्षाकर्मी को दिया आउट ऑफ टर्न प्रमोशन

कहते हैं ईमानदारी कभी बेकार नही जाती है। ऐसा ही कुछ एयर इंडिया के सुरक्षाकर्मी सुभाष चंद्र के साथ हुआ। पूरी लगन, निष्ठा और अतुलनीय ईमानदारी के साथ सालों से सुरक्षाकर्मी के पद पर नौकरी कर रहे सुभाष को एयर इंडिया ने सम्मानित करते हुए बिना बारी के पदोन्नति दिया है।
चर्चाः उठ रहा पर्दा काले खातों का | आलोक मेहता

चर्चाः उठ रहा पर्दा काले खातों का | आलोक मेहता

भारतीय नेता यूं मीडिया को हर बात पर कोसते रहते हैं। लेकिन उन्हें कभी-कभी ईमानदार और साहसपूर्ण पत्रकारिता की तारीफ भी कर देनी चाहिए। आखिरकार बोफोर्स, टू जी स्पेक्ट्रम, कोयला घोटाले और विदेश में जमा काले धन और बैंक खातों का पर्दाफाश भारत के खोजी पत्रकारों ने ही किया है।
इस सरकार को ईमानदारी कतई बर्दाश्‍त नहीं: संजीव चतुर्वेदी

इस सरकार को ईमानदारी कतई बर्दाश्‍त नहीं: संजीव चतुर्वेदी

जब से रेमन मैग्सायसाय फाउंडेशन ने भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को ‘उभरते नेतृत्व’ लिए अपना प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया है, तब से उन राजनेताओं और अधिकारियों में एक अर्थपूर्ण खामोशी देखी जा रही है, जो उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के खुलासे के कारण चतुर्वेदी के पीछे पड़े हुए थे। अगस्त 2014 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मुख्य सतर्कता अधिकारी के पद से हटाए गए चतुर्वेदी ने पिछले महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पर उन्‍हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए केन्द्रीय प्रशासनिक न्यायाधीकरण का दरवाजा खटखटाया था। चंडीगढ़ मे चंदर सुता डोगरा को दिए एक साक्षात्कार में 40 वर्षीय चतुर्वेदी बताते हैं कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मामले में कानून सम्मत कार्रवाई किए जाने की उनकी 'जायज उम्‍मीदें' ध्वस्त हो गईं।
क्या भारत में ईमानदारी की सजा मौत हो गई है

क्या भारत में ईमानदारी की सजा मौत हो गई है

बेंगलूरू में आइएएस अफसर डीके रवि की मौत ने कई सवाल पैदा किये हैं। रवि की छवि एक ईमानदारी अधिकारी की थी। उनकी सख्ती की वजह से रेता और खनन माफिया के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई थीं। माना जा रहा है कि उनकी हत्या के पीछे भी माफिया का हाथ है। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के मंजूनाथ और नरेंद्र कुमार सिंह समेत देश के कई राज्यों में ईमानदार अफसर अपनी जान गंवा चुके हैं। कुछ को अपनी ईमानदारी की वजह से दूसरी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। जिस तरह से भारत में भ्रष्टाचार संस्थागत रूप लेता जा रहा है इसने ईमानदार और उसूल वाले लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
रवि की खुदकुशीः अधिकारियों की ईमानदारी का जोखिम

रवि की खुदकुशीः अधिकारियों की ईमानदारी का जोखिम

पहले राजमार्ग ठेकेदारी में धांधली में गई सत्येंद्र दुबे की जान, फिर पेट्रोलियम पदार्थों में मिलावट की साजिश का पर्दाफाश करने वाले मंजूनाथ और अब रेत माफिया की प्रताड़ना से आजिज आकार कर्नाटक के एक और आईएएस अधिकारी डी. के. रवि ने खुदकुशी कर ली।
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