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Search Result : "उदयन वाजपेयी"

अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, चाइनीज, जर्मन जैसी हर भाषा के अच्छे ज्ञान का सदैव स्वागत होना चाहिए। लेकिन भारत जैसे देश में अंग्रेजी की अनिवार्यता राजनीतिक मजबूरियों और ब्रिटिश विरासत में मिले बाबुई तंत्र के कारण 70 वर्षों में समाप्त नहीं हो सकी।
विभाजन के बाद महात्मा गांधी के कारण एस एच रजा ने भारत नहीं छोड़ा था

विभाजन के बाद महात्मा गांधी के कारण एस एच रजा ने भारत नहीं छोड़ा था

देश की आजादी के समय 1947 में हुए विभाजन के बाद परिवार के पाकिस्तान चले जाने के बावजूद मशहूर चित्रकार सैयद हैदर रजा ने भारत में ही रहने का फैसला किया था। उनके इस फैसले के पीछे उनकी मातृभूमि के प्रति वफादारी तो थी ही, लेकिन इसकी एक वजह महात्मा गांधी के प्रति उनका लगाव भी था।
कश्मीर में कांटे और फूल

कश्मीर में कांटे और फूल

कश्मीर का दर्द संपूर्ण भारत समझ सकता है। जम्मू-कश्मीर को भारत के अभिन्न नाजुक अंग की तरह हर भारतीय प्यार करता है। कश्मीर की वादियां केसर और सुंदर फूलों की खुशबू के साथ गौरवशाली संस्कृति के रूप में मानी जाती है। इसलिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हुए विचार-विमर्श के बाद यह शुभ संकेत है कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल की तरह वर्तमान सरकार भी कश्मीरी हितों को प्राथमिकता देकर सभी संगठनों से संवाद बढ़ाएगी।
महबूबा बोलीं, कश्‍मीर पर अटल बिहारी वाजपेयी की पहल को दोहराया जाए

महबूबा बोलीं, कश्‍मीर पर अटल बिहारी वाजपेयी की पहल को दोहराया जाए

कश्मीर में तनाव के बीच सोमवार को कर्फ्यू का 31वां दिन रहा। यहां हिंसा की वारदातों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कहा हैै कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में ली गई पहल को दोहराने की जरूरत है।
राजनाथ सिंह की नजर में बापू और वाजपेयी एक समान

राजनाथ सिंह की नजर में बापू और वाजपेयी एक समान

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बीच समानता की तुलना करते हुए कहा कि वाजपेयी आजाद भारत की एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं, जिनका कई पीढ़ी के लोग राष्ट्रपिता की तरह ही सम्मान करेंगे।
पी.एम. बनना-बनाना कठिन

पी.एम. बनना-बनाना कठिन

भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि ‘लालकृष्‍ण आडवाणी देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे। लेकिन जब समय आया, तो उन्होंने इस पद के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आगे कर दिया।’ स्वामीजी ने 32 वर्षों तक आडवाणी के सहायक रहे विश्वंभर श्रीवास्तव की आत्मकथा जैसी पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में यह बात कही।
नजमा हेप्तुपल्ला ने भाजपा को बताया, लड़ेंगी उपराष्ट्रपति का चुनाव

नजमा हेप्तुपल्ला ने भाजपा को बताया, लड़ेंगी उपराष्ट्रपति का चुनाव

केंद्रीय कैबिनेट के सदस्यों के लिए अनाधिकारिक रूप से तय 75 वर्ष की आयु सीमा के कारण हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली नजमा हेप्तुल्ला उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ना चाहती हैं। इस संबंध में अपनी इच्छा से उन्होंने भाजपा को भी अवगत करा दिया है।
कश्मीरी हमारे अपने लोग, जनमत संग्रह अप्रासंगिक: राजनाथ सिंह

कश्मीरी हमारे अपने लोग, जनमत संग्रह अप्रासंगिक: राजनाथ सिंह

घाटी में अशांति के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि कश्मीरी हमारे अपने लोग हैं जिन्हें बरगलाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने जनमत संग्रह को अप्रासंगिक करार देते हुए भरोसा दिलाया कि वहां की स्थिति से निपटने में सरकार सबको साथ लेकर चलेगी।
मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

पूर्व कानून मंत्री व भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष रहे राम जेठमलानी ने कानून के क्षेत्र में एक नया रिकार्ड बनाया है। वे इस समय देश के एकमात्र ऐसे वकील है जिन्हें वकालत करते हुए 75 साल हो गए हैं। चंद महीनों बाद वे 94 साल के हो जाएंगे। इतनी उम्र हो जाने के बाद भी उनके मन में एक ऐसी आग है जिसे वे छिपाना भी नहीं चाहते हैं। प्रस्तुत है इस जाने माने वकील और हाल में बिहार से राज्यसभा के लिए निर्वाचित सांसद से विवेक सक्सेना की बातचीतः
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