बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग की करारी हार के बाद पहले कारोबारी दिन बॉम्बे शेयर बाजार का सूचकांक शुरुआती कारोबार में 608 अंक टूटकर 26,000 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 180 अंक टूटकर 7,800 के स्तर से नीचे आ गया।
दिल्ली हाईकोर्ट ने आज कहकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को बिजली का बड़ा झटका दिया कि सरकार को निजी बिजली कंपनियों की ऑडिट कराने का अधिकार नहीं है। दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली तीन निजी कंपनियों की याचिका पर उच्च न्यायालय ने यह फैसला दिया। हालांकि दिल्ली सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का मन बनाया है।
शेयर बाजारों में तेज गिरावट के चलते आज निवेशकों की कुल संपत्ति एक लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.36 लाख करोड़ रुपये से घटकर 93.33 लाख करोड़ रुपये रह गया।
आज भारतीय शेयर बाजार मजबूती के साथ खुले लेकिन बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सुबह उछाल के साथ खुलने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। करीब 11.45 बजे सेंसेक्स 425 अंक गिरकर 25,322 पर आ गया जबकि निफ्टी 132 अंक की गिरावट के साथ 7,680 पर है।
कारोबार सत्र के दौरान सेंसेक्स में वर्ष 2008 से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है जबकि एक दिन में सेंसेक्स के इतिहास की यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। निफ्टी भी 500 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ 7800 के नीचे आ गया। उधर, रुपये में भी गिरावट का दौर जारी है और डॉलर के मुकाबले रुपया 66.64 तक टूट चुका है।
जानी-मानी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल, वोडाफोन, आरआईएल और आइडिया जैसी 11 कंपनियों को भारतीय रिजर्व बैंक ने सैद्धांतिक रूप से बैंक लाइसेंस दे दिया है। यह फैसला देश के लाखों नागरिकों को औपचारिक बैंकिंग पद्धति से बैंक भुगतान की सुविधा देने के मकसद से किया गया है।
अधिक घरेलू बचत को शेयर बाजारों में लगाने का समर्थन करते हुए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी के प्रमुख यूके सिन्हा ने कहा है कि शेयर बाजार लंबे समय से दीर्घकालिक स्तर पर 15 प्रतिशत से अधिक सालाना रिटर्न दे रहे हैं। उनका कहना है कि इसके विपरीत सोने पर मिलने वाला रिटर्न 15-20 साल की दीर्घकालिक अवधि के लिहाज से 5-6 प्रतिशत से अधिक नहीं रहा है।