आठ राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा ने 5 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। दिल्ली की राजौरी गार्डन सीट भाजपा ने जीत ली है। यहां आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस पांच में से दो सीटों पर जीत हासिल कर अपनी प्रतिष्ठा बचाने में थोड़ी सफल रही। हालांकि यहां एक विधान सभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी जीतने में सफल रहा पर वहां दोनों पार्टियों में दोस्ताना संघर्ष था। दो सीटें भाजपा के खाते में गईं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद मोदी ने तो भाजपानीत कई घटकों को अपनी गोद में बैठा रखा है।
भाजपा ने गोरखपुर, कानपुर और बरेली में स्नातक विधान परिषद सीटें जीत ली है। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 11 फरवरी को यहां की जनता ने संकेत दिया है कि आगे क्या होने वाला है। उन्होंने बता दिया है कि उत्तर प्रदेश में आंधी कितनी तेज है. यूपी चुनावी मैदान में जो हैं वो तो परेशान होंगे ही, लेकिन उनके कुछ लोग जो दिल्ली में बैठे हैं वो इससे ज्यादा परेशान होंगे।
भारत में चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों की विश्वसनीयता हमेशा से संदेहास्पद रही है और लगता है कि ये स्थिति इस बार यूपी के चुनाव में भी नहीं बदलने वाली है। यूपी के विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में सिर्फ 11 दिन शेष हैं और इस बीच दो समाचार चैनलों द्वारा अलग-अलग एजेंसी से करवाए गए सर्वे के अनुमान बताते हैं कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी या सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बन सकती है।
केंद्र की सत्ता में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के गठन को ढाई साल बीत चुके हैं, लेकिन अब भी उसकी लोकप्रियता बनी हुई है। एक सर्वे के मुताबिक यदि मौजूदा वक्त में लोकसभा चुनाव हो जाएं तो राजग 360 सीटों के साथ केंद्र की सत्ता में लौट सकता है। यूपीए को 60 और अन्य को 123 सीटें मिलने का अनुमान है।