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Search Result : "जिला मुख्यालय"

एक और विधायक को सपा ने पार्टी से निकाला

एक और विधायक को सपा ने पार्टी से निकाला

समाजवादी पार्टी में लगातार बागियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हालिया कार्रवाई सीतापुर के विधायक रामपाल यादव और उनके बेटे के खिलाफ की गई और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शिवपाल यादव का कहना है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निकाय चुनावः मोदी के गृह जिले में हारी भाजपा

निकाय चुनावः मोदी के गृह जिले में हारी भाजपा

गुजरात के निकाय चुनाव राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए झटका साबित हुए हैं। हालांकि राज्य की सभी छह नगर निगमों में पार्टी ने फिर से अपनी सत्ता कायम कर ली है मगर राज्य के ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस ने जोरदार वापसी की है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह जिले मेहसाणा के जिला पंचायत और नगरपालिका दोनों जगह कांग्रेस की जीत हुई है।
हरियाणा में मंत्री से बहस के बाद महिला आईपीएस का तबादला

हरियाणा में मंत्री से बहस के बाद महिला आईपीएस का तबादला

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ कहासुनी के बाद फतेहाबाद जिले की पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया का आज तबादला कर दिया गया। तबादले को लेकर विज के खिलाफ जहां विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है वहीं सोशल मीडिया पर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
यूएन मुख्यालय पर मोदी के खिलाफ सिखों, पटेलों का प्रदर्शन

यूएन मुख्यालय पर मोदी के खिलाफ सिखों, पटेलों का प्रदर्शन

पाटीदार और सिख समुदाय के लोगों और उनके समर्थकों ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री का उस समय संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में सतत विकास पर संबोधन हो रहा था।
फेसबुक मुख्यालय जाएंगे मोदी, जुकरबर्ग ने किया ऐलान

फेसबुक मुख्यालय जाएंगे मोदी, जुकरबर्ग ने किया ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक के मुख्यालय जाएंगे। मोदी गूगल कंपनी के परिसर गूगलप्लेक्स भी जा सकते हैं।
गुजरात दंगाः निचली अदालत को और तीन महीने की मोहलत

गुजरात दंगाः निचली अदालत को और तीन महीने की मोहलत

उच्चतम न्यायालय ने गुजरात में 2002 के दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार मामले की कार्यवाही पूरी करने के लिए अहमदाबाद की अदालत को आज तीन महीने की और मोहलत दे दी। नरसंहार की इस घटना में कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी सहित 68 व्यक्ति मारे गये थे।
बेटे को शहीद का दर्जा दिलाने की जंग

बेटे को शहीद का दर्जा दिलाने की जंग

एक बुजुर्ग पिता पिछले आठ महीनों से रक्षा मंत्रालय, सेना मुख्यालय के चक्कर काट रहा है। जिंदगी भर पूरे दमखम से सत्ता प्रतिष्ठानों से लड़ने-भिड़ने का रसूख रखने वाले सांवलराम यादव ने प्रण किया है कि वह युद्ध में हताहत हुए अपने बेटे को शहीद का दर्जा दिलवाए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। मामला सिर्फ एक जवान की मौत का नहीं है। इससे जुड़ा हुआ है, उन सैकड़ों जवानों की मौत का मसला जो सियाचिन से लेकर दुर्गम सीमा पर देश के लिए अत्यंत विषम परिस्थितियों में जान गंवा देते हैं। इन जवानों की मौत को आखिरकार शहीद का दर्जा क्यों नहीं मिलता?
भूमिपूजन से भला नहीं

भूमिपूजन से भला नहीं

वह एक हिंदू राजा की तरह अपनी पत्नी और बेटे के साथ बैठकर आंध्र की नई राजधानी के लिए भूमि पूजन कर रहे थे। वैदिक रीति से मंत्रोच्चार की गूंज चहुं दिशाओं में उठ रही थी। मुहूर्त का ध्यान पल-पल रखा जा रहा था। घड़ी ने जैसे ही सुबह के 8.49 मिनट बजाए, यह सब शुरू हो गया। बाकी तमाम साथी थोड़ी दूरी पर थे, क्यांेकि यह प्रक्रिया पति, पत्नी और बेटे (यहां राजा,रानी और राजकुमार पढ़ा जाए) द्वारा ही पूरी की जाने की बात शास्त्रों में लिखी है। बिल्कुल वैसा ही किया गया।
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