पंजाब में आतंकी हमले के बाद राजधानी दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस बीच दिल्ली के कनॉट प्लेस और संसद के नजदीक की अफवाह फैली जो गलत साबित हुईै।
कांग्रेस पार्टी जहां एनडीए सरकार को संसद के अंदर घेरने में जुटी है वहीं पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद के बाहर भी मोर्चा खोल दिया है। यह मोर्चा उन्होंने दक्षिण भारत में खोला है जहां वह आम लोगों के बीच सरकार के खिलाफ निशाना साध रहे हैं। गुरुवार से शुरू हुआ उनका दक्षिण भारत अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को उन्होंने आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में विवादास्पद भूमि विधेयक को लेकर राजग सरकार पर निशाना साधा।
पिछले साल भर में दस लाख से ज्यादा भारतवासियों ने स्वेच्छा से अपनी रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी। एक विकासशील देश में मोदी सरकार ने इन लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का अभियान यह कहते हुए छेड़ा कि पैसा ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचना चाहिए। सरकारी अनुदानों के बारे में आख्यान बदलने का यह प्रयास नई राह बनाता है। ज्यादातर सब्सिडी कम जरूरतमंद लोग चट कर गए हैं, इसके बारे में बहुत सार्वजनिक विमर्श हुआ है।
व्यापमं और ललित मोदी प्रकरण पर विपक्ष के हमलों से घिरी भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राॅबर्ट वाड्रा की फेसबुक टिप्पणी को ही मुद्दा बना लिया है। इसे लेकर आज लोकसभा में खूब हंगामा हुअा और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा' का नारा देने वाले बाल गंगाधर तिलक की आज 159वीं जयंती है। देश के इस अमर क्रांतिकारी ने ब्रिटिश शासन के दौरान सबसे पहले पूर्ण स्वराज की मांग उठाई थी।
ललितगेट के मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर चल रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर बड़ा खुलासा किया है। उनका दावा है कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कोलगेट के आरोपी को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट दिलवाने के लिए उन पर दबाव डाला।
लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों का विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लेकर हंगामा जारी है। लेकिन सुषमा स्वराज के एक ट्वीट के बाद कांग्रेसी सांसदों ने रणनीति बदल दी। सत्र शुरु होते ही कांग्रेसी सांसद सदन में काली पट्टी बांधकर और प्ले कार्ड लेकर पहुंचे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने चेतावनी दी कि प्ले कार्ड और काली पट्टी पहनकर सदन में आना उचित नहीं है। इससे सदन की गरिमा धूमिल होती है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रणनीति पार्टी के कई सांसदों को रास नहीं आ रही है। इसलिए वह किसी न किसी बहाने राहुल द्वारा बनाई गई रणनीति का विरोध करते रहते हैं। बुधवार को भी संसद में यही नजारा देखने को मिला जब कांग्रेस उपाध्यक्ष ने काली पटटी बांधकर विरोध किया लेकिन पार्टी के कई सांसदों ने ऐसा नहीं किया।
जैसा कि उम्मीद थी संसद के मानसून सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा। विपक्ष ललितगेट पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ा रहा। कांग्रेसी सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी जबकि राज्य सभा सुबह से तीन बार स्थगित हो चुकी है।