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अखबार की रिपोर्ट में दावा, 18 साल तक कर अदा करने से कन्नी काटते रहे ट्रंप

अखबार की रिपोर्ट में दावा, 18 साल तक कर अदा करने से कन्नी काटते रहे ट्रंप

अमेरिका के एक प्रमुख अखबार में छपी एक खबर से राष्ट्रपति बनने के लिए बेताब डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अखबार में छपी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप संभवत: करीब दो दशक तक कर चुकाने से बचते रहे हैं।
ट्रंप को राष्ट्रपति नहीं बनाया जाना चाहिए: न्यूयार्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट

ट्रंप को राष्ट्रपति नहीं बनाया जाना चाहिए: न्यूयार्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट

अमेरिका के दो बड़े प्रभावशाली समाचार पत्रों ने अपने अपने संपादकीय में कहा है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका का अगला राष्टपति नहीं चुना जाना चाहिए क्योंकि वह इस पद के लिए अनुपयुक्त हैं और देशों एवं धर्मों के बारे में बेहद सख्त राय रखते हैं।
नीलामी फिर विफल, किंगफिशर ब्रांड को नहीं मिला खरीदार

नीलामी फिर विफल, किंगफिशर ब्रांड को नहीं मिला खरीदार

किंगफिशर एयरलाइंस से 9,000 करोड़ रुपये के बकाया का एक हिस्सा वसूलने के लिए एयरलाइंस के ट्रेडमार्क, लोगो और कभी काफी लोकप्रिय रही टैग लाइन, फ्लाई द गुड टाइम्स को नीलाम करने की बैंकों की कोशिश आज एक बार फिर नाकाम हो गई। हालांकि इस बार इसके लिए आरक्षित मूल्य कम करते हुए 330.03 करोड़ रुपये रखा गया था।
अमेरिका: ट्रंप का मीडिया पर हमला, क्लिंटन को भी बताया दुष्ट

अमेरिका: ट्रंप का मीडिया पर हमला, क्लिंटन को भी बताया दुष्ट

अमेरिकी राष्ट्रपति के आगामी चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन पर हमला जारी है। साथी ही ट्रंप ने इस बार सीधे-सीधे मीडिया पर भी हमला बोल दिया है।
दक्षिण चीन सागर पर फैसले से पहले मीडिया ने चीन को सतर्क रहने को कहा

दक्षिण चीन सागर पर फैसले से पहले मीडिया ने चीन को सतर्क रहने को कहा

दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले से पहले राष्ट्रीय एकजुटता का आह्वान करते हुए चीन की सरकारी मीडिया ने अमेरिका और जापान के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि चीन को सतर्क रहना चाहिए।
अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता में अटका है भारत: चीनी मीडिया

अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता में अटका है भारत: चीनी मीडिया

चीन द्वारा एनएसजी में प्रवेश बाधित करने को लेकर भारत की कड़ी प्रतिक्रियाओं के बीच चीन के एक सरकारी समाचार पत्र ने कहा है कि भारत अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता मे अटका हुआ है। समाचार पत्र ने बीजिंग के रुख का अधिक तथ्यपरक मूल्यांकन किए जाने की अपील की।
चर्चा: छोटे पर्दे पर धार बिना तलवारबाजी। आलोक मेहता

चर्चा: छोटे पर्दे पर धार बिना तलवारबाजी। आलोक मेहता

मीडिया के कुछ लोगों को तो पूर्वाग्रही कहा जा सकता है और प्रतियोगी भाव कि प्रधानमंत्री ने अर्णब गोस्वामी को ही पहले इंटरव्यू के लिए क्यों चुना? हम जैसे पत्रकार मानते हैं कि यह अर्णब गोस्वामी की बड़ी सफलता है, जो प्रधानमंत्री को अपने चैनेल को इंटरव्यू के लिए तैयार कर सके। इसी तरह नरेंद्र मोदी ने भी पुराने ढर्रे को त्यागकर दूरदर्शन अथवा लोक सभा, राज्य सभा टी.वी. चैनलों के बजाय एक निजी चैनल को इंटरव्यू देने का फैसला कर नया अध्याय जोड़ा। यूं उनकी सरकार दावा यही करती है कि प्रसार भारती के दूरदर्शन चैनल की पहुंच दूरदराज के गांवों सहित देश के हर कोने में है, जहां निजी अंग्रेजी चैनल तो क्या हिंदी चैनल की पहुंच भी नहीं है।
अगस्ता मामले पर बोले मोदी, प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई नहीं

अगस्ता मामले पर बोले मोदी, प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के घोटाले की जांच में किसी तरह के प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई की बात को खारिज कर दिया और कहा कि जांच एजेंसियां पेशेवर तरीके से काम करेंगी। हालांकि पीएम ने कहा कि एक पाप किया गया और उसके पीछे जो लोग थे उन पर बड़ा सुरक्षा आवरण रहा।
पहली बार किसी पीएम ने निजी चैनल को दिया इंटरव्यूह

पहली बार किसी पीएम ने निजी चैनल को दिया इंटरव्यूह

पहली बार देश के किसी प्रधानमंत्री ने निजी टेलीविजन चैनल को अपना साक्षात्कार दिया है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का निजी टेलीविजन चैनल को दिया गया पहला साक्षात्कार टाइम्स नाउ पर प्रसारित होगा।
स्वामी को प्रधानमंत्री की हिदायत, खुद को व्यवस्था से बड़ा न मानें

स्वामी को प्रधानमंत्री की हिदायत, खुद को व्यवस्था से बड़ा न मानें

सुब्रमण्यम स्वामी लागातार सरकार के लोगों पर हमले कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के बाद उन्होंने नए नाम अरविंद सुब्रमण्यम पर भी हमला बोला। जेटली को वह लगातार बोलने के लिए उकसा रहे हैं। यहां तक कि जेटली के जबाव देने पर उन्होंने खून-खराबे तक की बात कह डाली। सभी को इंतजार था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर क्या कदम उठाते हैं।
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