बॉलीवुड का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड फिल्मफेयर के प्रति हमेशा से अलग तरह की चाहत रही है। फिल्मफेयर के 61 साल के इतिहास में पहली बार साधारण दर्शक इसका हिस्सा बन पाएंगे।
आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटरों ने इस साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सालाना पुरस्कारों में बाजी मारी। आस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर और टेस्ट क्रिकेटर चुने गए जबकि भारतीय क्रिकेटरों की झोली इस साल खाली रही है।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर जारी सियासी हलचल के बीच एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) ने आने वाले 21 जनवरी को लखनऊ में अपने शेयरधारकों की आम सभा बुलाई है। एजेएल ने यह बैठक कंपनी के स्वरूप को व्यवसायिक से गैर-लाभकारी में तब्दील करने पर शेयरधारकों की रजामंदी हासिल करने के उद्देश्य से बुलाई की है।
पाकिस्तान में बम विस्फोट और जासूसी के आरोप में वर्षों तक पाकिस्तान की जेल में बंद अमृतसर वासी सरबजीत पर फिल्म बन रही है। फिल्म के जरिये दर्शक सरबजीत का सच जान पाएंगे।
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जमानत मिल गई है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं की तरफ से वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने पैरवी की।
नेशनल हैराल्ड मामले से जुड़े पंचकूला इंडस्ट्रियल प्लॉट्स आबंटन मामले में हुए कथित घोटाले में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
नेशनल हेराल्ड प्रकरण में जमानत मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि हमें निशाना बनाने का जो अभियान चल रहा है, उससे हम में से कोई नहीं डरेगा और हम संघर्ष जारी रखेंगे
राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में आज शाहरूख खान, काजोल अभिनीत फिल्म दिलवाले का विभिन्न संगठनों सड़क पर उतर कर विरोध किया। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद सहित कई स्थानों पर विभिन्न संगठनों ने शाहरूख खान के असहिष्णुता के बारे में दिए गए बयान के विरोध में प्रदर्शन किया और फिल्म दिलवाले की स्क्रीनिंग बाधित की।
बताया जाता है कि जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में अपने शुरू किए गए अखबार नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों से एक बार कहा था, हमें बनियागिरी नहीं आई। यदि सुब्रह्मण्यम स्वामी की कोशिशें सिरे चढ़ीं तो माना जाएगा कि शायद नेहरू के उत्तराधिकारी इस कला को सीख चुके हैं।