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Search Result : "पंजाब मंडी बोर्ड"

मेरे खिलाफ पूरा मामला राजनीति से प्रेरितः शीला दीक्षित

मेरे खिलाफ पूरा मामला राजनीति से प्रेरितः शीला दीक्षित

ऐसा लगता है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश और पंजाब को लेकर जो भी योजना बना रही है उसमें बैठे ठाले कोई फच्चर फंस रहा है। पहले कमलनाथ को पंजाब कांग्रेस का प्रभार सौंपा गया तो 84 के सिख विरोधी दंगों का मसला उठ गया। इसके बाद खबरें आईं कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दी‌क्षित को कांग्रेस या तो उत्तर प्रदेश में सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है या पंजाब का प्रभार सौंप सकती है। इसके अगले ही दिन दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर घोटाले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा शीला दीक्षित के खिलाफ जांच की सूचना आ गई।
न उड़ सका पंजाब

न उड़ सका पंजाब

उड़ता पंजाब को लेकर इतना हाइप बन गया था कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है जो संस्कारी बोर्ड इसे देश को देखने के लिए मना कर रहा है। अगर सेंसर बोर्ड इतना बवाल न मचाता तो यह बिलकुल साधारण फिल्म बनती।
…तो एक बार फिर शीला दीक्षित होंगी केजरीवाल के सामने

…तो एक बार फिर शीला दीक्षित होंगी केजरीवाल के सामने

कांग्रेस महासचिव कमलनाथ के पंजाब का प्रभार छोड़ने की घोषणा के बाद अब इसे लेकर अटकलें तेज हैं कि पंजाब का प्रभार किसे मिलेगा। पंजाब में अगले वर्ष के आरंभ में ही चुनाव होने हैं इसलिए कांग्रेस से किसी वरिष्ठ नेता को ही यह जिम्मेदारी दिए जाने की बात चल रही है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि तीन बार दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुकीं शीला दीक्षित को कमान दी जा सकती है।
वित्तीय अनुशासन से कोसों दूर क्रिकेट बोर्ड

वित्तीय अनुशासन से कोसों दूर क्रिकेट बोर्ड

भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड की कई इकाइयों ने कई वर्षों से बोर्ड को हिसाब-किताब नहीं दिया है। अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित खबर के अनुसार दिल्ली जिला क्रिकेट संघ ने पिछले तीन साल से भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) में बैलेंस शीट जमा नहीं कराई है।
बुझे मन से बोले पहलाज, कोर्ट के फैसले का स्वागत है

बुझे मन से बोले पहलाज, कोर्ट के फैसले का स्वागत है

उड़ता पंजाब फिल्म के मुद्दे पर बॉम्बे हाईकोर्ट से मुंह की खाने के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के प्रमुख पहलाज निहलानी ने आज कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। निहलानी ने न्यायालय के उस निर्णय का स्वागत किया जिसमें फिल्म उड़ता पंजाब में सीबीएफसी द्वारा सुझाए गए संपादन को दरकिनार कर दिया गया है।
उड़ता पंजाब को एक कट के साथ कोर्ट की मंजूरी, फिल्‍म देेश या राज्‍य के खिलाफ नहीं

उड़ता पंजाब को एक कट के साथ कोर्ट की मंजूरी, फिल्‍म देेश या राज्‍य के खिलाफ नहीं

सेंसर बोर्ड से मतभेद के बाद विवादों में घिरी अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' को बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को मंजूरी दे दी। कोर्ट ने कहा कि फिल्म देेश या राज्‍य के खिलाफ नहीं है। हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड को आदेश जारी करते हुए कहा है कि फिल्‍म को अगले 48 घंटे में सर्टिफिकेट दिया जाए। कोर्ट ने बोर्ड को फिल्‍म के लिए ए सर्टिफिकेट जारी करने के लिए कहा है। इधर सेंसर बोर्ड के चेयरमैन पहलाज निहलानी ने कहा है कि वह अगर इस पद के लिए योग्‍य नहीं हैं तो उन्‍हें पद से हटा दिया जाए।
राहुल बोले, नशे का बिजेनस करना है तो पंजाब आईए

राहुल बोले, नशे का बिजेनस करना है तो पंजाब आईए

पंजाब में नशे के कारोबार को आम बताते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि पंजाब में आप केवल एक बिजनेस कर सकते हैं और वह है नशे का बिजनेस, क्योंकि यहां की सरकार में शामिल लोगों के संरक्षण में यह फूल फल रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि भट्टा परसौल में जिस तरह की लड़ाई उन्होंने लड़ी थी, वैसी ही लड़ाई पंजाब को बचाने के लिए वह और उनकी पार्टी लड़ेगी।
चर्चाः चुनाव से पहले चिंगारी | आलोक मेहता

चर्चाः चुनाव से पहले चिंगारी | आलोक मेहता

पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभाओं के चुनाव में अभी छह महीने से अधिक का समय है। लेकिन राजनीतिक पार्टियां जल्दी में हैं। समस्या, विकास, वायदों की चर्चा देर-सबेर होगी। राजनीतिक माहौल को गर्माने के लिए सांप्रदायिक चिंगारी डाली जा रही है।
कांग्रेस में फेरबदल पंजाब कमलनाथ उत्‍तर प्रदेश आजाद के पास

कांग्रेस में फेरबदल पंजाब कमलनाथ उत्‍तर प्रदेश आजाद के पास

उत्‍तर प्रदेश और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्‍यान में रखते हुए कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्‍ठ नेता कमलनाथ को पंजाब और हरियाणा का प्रभारी बनाया है वहीं गुलाम नबी आजाद को उत्‍तर प्रदेेश का प्रभारी बनाया गया है।
एक साथ तीन तलाक के पक्ष में नहीं इस्लामी जानकार

एक साथ तीन तलाक के पक्ष में नहीं इस्लामी जानकार

एक साथ तीन तलाक के मुद्दे पर संशोधन की मांग को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भले ही खारिज कर दिया हो, लेकिन इस्लामी जानकारों का कहना है कि तलाक की मौजूदा व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है क्योंकि यह कुरान और इस्लाम के मुताबिक नहीं है।
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