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Search Result : "प्रो.सुबोध मेहता"

चर्चाः दिल्ली के महारथी ने मारी चपत | आलोक मेहता

चर्चाः दिल्ली के महारथी ने मारी चपत | आलोक मेहता

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों की सहानुभूति में कूदे दिल्ली के महारथी ने अपने ही इंद्रप्रस्‍थ विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को जमकर चपत मार दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके प्रिय सहयोगी मनीष सिसोदिया ने तुगलकी अंदाज में गुरु गोविन्द सिंह इंद्रप्रस्‍थ विश्वविद्यालय के छात्रों की फीस 2013 से बढ़ाने का आदेश जारी करवा दिया।
चार नौजवानों की नारेबाजी से नहीं टूटता है देश: आजाद

चार नौजवानों की नारेबाजी से नहीं टूटता है देश: आजाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को धर्मनिरपेक्षता को जिंदा रखने की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि कुछ नौजवानों की नारेबाजी से नहीं बल्कि सत्ता में बैठे लोगों की ओर से विवाद पैदा करने से देश टूटता है।
चर्चाः जुड़ती-टूटती डोर गठबंधन की | आलोक मेहता

चर्चाः जुड़ती-टूटती डोर गठबंधन की | आलोक मेहता

‘एकला चलो’ की राजनीति सत्ता के स्वर्णिम दरवाजे नहीं खोल पाती। इसलिए दशकों तक विचारधारा, मूल्यों और नेतृत्व पर निर्भर रहने वाले प्रमुख राजनीतिक दल-कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी समय के साथ सहयोगी बना और छोड़ रहे हैं।
फिल्में पास कराने के लिए निर्देशकों ने की थी रिश्वत की पेशकश: निहलानी

फिल्में पास कराने के लिए निर्देशकों ने की थी रिश्वत की पेशकश: निहलानी

सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने दावा किया कि ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब निर्देशकों ने अपनी फिल्म में कुछ सीन रहने देने के लिए उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग रिश्वत देकर अपने काम को वैसा ही बनाए रखना चाहते हैं।
चर्चाः खेल-मेल चलना जरूरी | आलोक मेहता

चर्चाः खेल-मेल चलना जरूरी | आलोक मेहता

हिमाचल में बर्फ पिघल रही है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के लिए रुख नरम किया है। धर्मशाला में 19 मार्च को इस मैच का कार्यक्रम बहुत पहले से बना हुआ था।
राजकोषीय घाटा नहीं, मांग बढ़ाने की चिंता जरूरी: प्रो. अरुण कुमार

राजकोषीय घाटा नहीं, मांग बढ़ाने की चिंता जरूरी: प्रो. अरुण कुमार

जाने-माने अर्थशास्त्री और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्रोफेसर अरुण कुमार देश में मौजूदा आर्थिक हालात को वैश्विक आर्थिक सुस्ती की देन मानते हैं। उनका यह भी मानना है कि हर सरकार राजकोषीय घाटा कम करने के लिए ही चिंतित रहती है और उसी मुताबिक बजट बनाकर किसी लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहती है। इसे वह गलत धारणा मानते हैं। आउटलुक के राजेश रंजन से बातचीत में उन्होंने रोजगार, घरेलु मांग, विकास दर आदि बढ़ाने पर जोर दिया।
चर्चाः मंत्री एक, मुंह तीन | आलोक मेहता

चर्चाः मंत्री एक, मुंह तीन | आलोक मेहता

पौराणिक कथाओं में तीन सिर वाले देवता और दस सिर वाले असुरों का उल्लेख पढ़ा-सुना जाता रहा है। अब देश के मंत्री तर्क देने लगे हैं कि वह मंत्री के रूप में एक जबान से बोलते हैं, सांसद के भेष में निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में दूसरी जबान-भाषा में बोलते हैं और सामान्य नागरिक के रूप में तीसरी जबान-भाषा बोलने लगते हैं।
चर्चाः बचत पर कैंची खतरनाक | आलोक मेहता

चर्चाः बचत पर कैंची खतरनाक | आलोक मेहता

भाजपा सरकार दस कदम आगे बढ़ने के साथ शीर्षासन के अंदाज में दो कदम पीछे हटने की कोशिश में संतुलन खो देती है। बजट को ‘सूट-बूट’ की छवि से निकालने के लिए ग्रामोन्मुख रखा गया, लेकिन वेतनभोगी कर्मचारियों और मजदूरों की खून-पसीने की कमाई की बचत भविष्य निधि के एक हिस्से पर टैक्स का प्रस्ताव रखकर गड़बड़ा गई है।
चर्चा : मनमोहन के रेगिस्तान में मोदी की नई फसल। आलोक मेहता

चर्चा : मनमोहन के रेगिस्तान में मोदी की नई फसल। आलोक मेहता

मनमोहन सिंह ने आधुनिक अर्थव्यवस्था के नाम पर अपने कदमों से कांग्रेस की जमीन को रेगिस्तान में बदला। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने उसी जमीन पर अच्छी फसल के लिए हवा-पानी का इंतजाम नए वित्तीय वर्ष के बजट से कर दिया।
चर्चा : कॉलेज परिसर में घूस का पाप। आलोक मेहता

चर्चा : कॉलेज परिसर में घूस का पाप। आलोक मेहता

लखनऊ के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र ने शिक्षक द्वारा रिश्वत लेने के दबाव से तंग आकर आत्महत्या कर ली। छात्र को कक्षा में उप‌स्थिति के रिकॉर्ड के आधार पर परीक्षा प्रवेश पत्र मिलने से शिक्षक रोक रहा था। छात्र ने एक बार 20 हजार रुपया दे भी दिया और घूसखोर शिक्षक ने ज्यादा रकम मांगी। ऐसी मानसिक प्रताड़ना संपूर्ण शिक्षा-व्यवस्था और शासकीय तंत्र के लिए शर्मनाक है।
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