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Search Result : "बच्चे को गोद कैसे लें"

ओलंपिक की आस लगाने से पहले सोचिए, कैसे जीते-मरते हैं हमारे खिलाड़ी

ओलंपिक की आस लगाने से पहले सोचिए, कैसे जीते-मरते हैं हमारे खिलाड़ी

खेल और खिलाड़ियों की दशा पर अक्सर लोग बात करते दिखाई देते हैं। खेल की हालत में सुधार और प्रोत्साहन देने जैसी शासकीय घोषणाएं भी समय-समय पर की जाती हैं। खेलों में न्यूनतम सुविधाएं मिलने अथवा नहीं मिलने की परिचर्चा भी आम है, लेकिन बात खिलाड़ियों की जान पर आ जाए तो आप इसे क्या कहेंगे?
भाजपा को कैसे मिली महागठबंधन तोड़ने में कामयाबी, नीतीश ने क्यों भरे कमल में रंग?

भाजपा को कैसे मिली महागठबंधन तोड़ने में कामयाबी, नीतीश ने क्यों भरे कमल में रंग?

नीतीश कुमार महागठबंधन की गाठें छुड़ाकर अपने पुराने साथी रहे एनडीए से गठजोड़ कर चुके हैं। सियासी गलियारों में इस घटना ने हलचल तेज कर दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि एनडीए के विरोध में महागठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार एकाएक पाला बदलकर कैसे ‘कमल’ में रंग भरने को तैयार हो गए?
अमरनाथ हमले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- खुफिया जानकारी के बाद भी कैसे हुई चूक?

अमरनाथ हमले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- खुफिया जानकारी के बाद भी कैसे हुई चूक?

अमरनाथ यात्रा से लौट रहे लोगों पर हुए आतंकी हमले से अब सियासत भी गर्म हो गई है। इसे लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर हमला बोल दिया है।
कोर्ट ने  26 हफ्ते की गर्भवती को दी अबॉर्शन की मंजूरी, बच्चे को थी गंभीर बीमारी

कोर्ट ने 26 हफ्ते की गर्भवती को दी अबॉर्शन की मंजूरी, बच्चे को थी गंभीर बीमारी

मेडीकल रिपोर्ट्स से बच्चे को हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारी का पता चला तो महिला ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर बच्चे के अर्बाशन की मंजूरी नहीं दी गई तो यह उसके लिए गंभीर मानसिक चोट की तरह होगी। इस पर कोर्ट ने महिला को अर्बाशन की मंजूरी दे दी। आमतौर पर 20 हफ्ते से ज्यादा के बाद अर्बाशन कराना गैर कानूनी है और इसमें सात साल तक की सजा का प्रावधान है।
शेरों के झुंड में महिला ने दिया बच्चे को जन्म

शेरों के झुंड में महिला ने दिया बच्चे को जन्म

हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है जिस पर यकीन कर पाना शायद ही मुमकिन हो। जंगल का राजा शेर जिसके नाम से ही डर लगने लगता है, उसके पास जाना तो मौत के मुंह में जाने के बराबर है। शेर से ही जुड़ी एक ऐसी घटना है जिसने रोंगटे खड़े कर दिए हैं।
जीएसटी आने से पहले कारोबारी बदल लें आदत वरना हो सकती है जेल

जीएसटी आने से पहले कारोबारी बदल लें आदत वरना हो सकती है जेल

पहली जुलाई से देश में जीएसटी लागू हो जाएगा इससे न केवल देश का ढांचा बदल जाएगा बल्कि कारोबार करने के तरीकों में भी बड़े बदलाव आएंगे। बेहतर होगा कारोबारी अपनी आदत बदल लें वरना जेल के लिए तैयार रहें। यानी जीएसटी में धांधली की गुंजाइश कम होने और सब कुछ ऑन लाइन होने से आपको अपनी आदतों की कीमत चुकानी पड़ सकती है।
बिना सैफीना, सोहा की गोद भराई

बिना सैफीना, सोहा की गोद भराई

जरी की सिल्क साड़ी, बालों में गजरा, कानों में झुमके के साथ सोहा अली खान अपनी पहली गोद भराई के लिए तैयार थीं। पति कुणाल खेमू के साथ छोटे से फंक्शन में लिए गए फोटो सोहा ने ट्वीट किए।
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